7th Pay Commission पर नया अपडेट, नहीं बढ़ेगा Fitment Factor, केंद्रीय कर्मचारियों का सिर्फ DA बढ़ेगा…

इस वर्ष यानी 2022 में फिटमेंट फैक्टर पर सरकार विचार नहीं करने जा रही है. वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की वजह से राजस्व का सरकार को काफी नुकसान हुआ. इसलिए कर्मचारियों के वेतन में भारी वृद्धि करके अतिरिक्त वित्तीय बोझ बढ़ाने के मूड में सरकार नहीं है.

7th Pay Commission पर नया अपडेट आ गया है. केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर भी है और एक निराश करने वाली भी. अच्छी खबर ये है कि जल्द ही केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता (Dearness allowance) में 3 फीसदी का इजाफा (DA Hike) होने वाला है. निराश करने वाली खबर है कि इस वर्ष फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor) नहीं बढ़ेगा.

सूत्रों के हवाले से कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की केंद्रीय कर्मचारियों की लंबी डिमांड पर अभी कोई फैसला नहीं होगा. खबर है कि इस वर्ष यानी 2022 में फिटमेंट फैक्टर पर सरकार विचार नहीं करने जा रही है.

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वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की वजह से राजस्व का सरकार को काफी नुकसान हुआ. इसलिए कर्मचारियों के वेतन में भारी वृद्धि करके अतिरिक्त वित्तीय बोझ बढ़ाने के मूड में सरकार नहीं है.

क्या है Fitment Factor?                                   7th Pay Commission की सिफारिशों के मुताबिक, इस वक्त फिटमेंट फैक्टर 2.57 है. केंद्र सरकार के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी (Basic Salary) को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission latest update) के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है.

7वां वेतन आयोग (7th Pay Commission) लागू होने के बाद से छठे वेतन आयोग के Pay Band में ग्रेड-पे जोड़कर मूल वेतन बनाया गया. इसमें करंट एंट्री लेवल की सैलरी को फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है.

Fitment Factor बढ़ाने की मांग क्यों?           फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही तय होता है कि आने वाले दिनों में सरकारी कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी (Basic Salary) में कितनी वृद्धि होगी. केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी (Central Government employees Salary) तय करने में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल है.

7th Pay Commission की सिफारिशों के मुताबिक, केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में भत्तों (Salary Allowances) के अलावा बेसिक सैलरी (Basic Salary) और फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor) से ही इजाफा होता है. अगर फिटमेंट फैक्टर में सरकार बदलाव करती है, तो इससे केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी ढाई गुना से ज्यादा तक बढ़ सकती है. इसलिए लंबे अरसे से फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की मांग हो रही है.

फिटमेंट फैक्टर के फायदे (Benefits of Fitment Factor)                                                                 मौजूदा व्यवस्था में केंद्रीय कर्मचारियों को 2.57 फिटमेंट फैक्टर मिल रहा है. इसके आधार पर न्यूनतम वेतन (Basic Salary fitment factor) 18000 रुपये तय है. अगर फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3 किया जाता है, तो बेसिक सैलरी बढ़कर 21000 रुपये हो जायेगी.

अगर फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68 कर दिया जाता है, तो न्यूनतम वेतन बढ़कर 25,760 रुपये हो जायेगी. कर्मचारियों ने फिटमेंट फैक्टर 3.68 करने के साथ-साथ न्यूनतम वेतन 26000 रुपये करने की मांग की है.