भागलपुर शहर में होली को लेकर चहल पहल बढ़ गई है। बाजार में भी चमक दमक बढ़ गई है। रंग गुलाल के अस्थायी दुकानें सज गई हैं। कोरोना काल से उबरने के बाद लोगों का होली में काफी उत्साह दिख रहा है। होली का त्योहार चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि 19 मार्च शनिवार के दिन मनाया जाएगा।
17 मार्च को होलिका दहन है। इस बार होलिका दहन के तीसरे दिन रंगों का पर्व होली मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार होलिका पूर्णिमा तिथि में जलाई जाती है। इस बार पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दिन के 11:19 बजे से आरंभ हो रहा है जो अगले दिन 18 मार्च को दोपहर लगभग एक बजे तक ही रहेगा। इसके बाद प्रतिपदा तिथि आरंभ हो जाएगा। ऐसे में होलिका दहन रात में ही होगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित सचीन कुमार दूबे ने बताया कि मिथिला पंचाग के अनुसार होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त 17 मार्च की रात 1.09 बजे के बाद है। होली पर इस साल बुध-गुरु की युति से आदित्य योग का भी निर्माण हो रहा है, जो कि जातकों के लिए काफी शुभ फालदायी होगा।
बनारस पंचांग के अनुसार होलिका दहन 17 मार्च की रात को ही है। मान्यता के अनुसार होलिका के बुझने तक रंगो का उत्सव नहीं मनाया जाता है। क्योंकि पौराणिक कथाओं के अनुसार प्रह्लाद उस समय तप रहे थे जब होलिका शांत हो उठता है। तब प्रह्लाद जीवित बच जाते हैं और असत्य पे सत्य की विजय होती है।
शाहकुंड प्रखंड के खैरा पंचायत अंतर्गत रजनपुर गांव के वार्ड संख्या 13 में दुर्गा मंदिर स्थापना को लेकर मंगलवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यह कलश शोभायात्रा दरियापुर से होते हुए रजनपुर गांव के मंदिर स्थापना प्रांगण में आकर समाप्त हुई।
वही मंगलवार की रात्रि 8 बजे से भजन एवं संकीर्तन का आयोजन किया गया। एवं बुधवार को प्रतिमा की स्थापना एवं पूजा अर्चना की जाएगी। आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरे रजनपुर गांव वासी तन मन धन से लगे हुए हैं।