नई दिल्ली, एजेंसी। आगामी सात मार्च को जैसलमेर के पोखरण में वायुसेना अपने सैन्य अभ्यास वायुशक्ति में पहली बार राफेल विमानों का प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही इस सैन्य अभ्यास में वायुसेना के 148 विमान अपनी ताकत की झलक दिखाएंगे।
इस सैन्य अभ्यास मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे। दूसरी, ओर विशाखापत्तनम के पास बंगाल की खाड़ी में ‘मिलन’ नौसैनिक अभ्यास भी एक से चार मार्च के लिए जारी है। इस नौसैनिक अभ्यास में 26 युद्धपोत, 21 विमान व एक पनडुब्बी शामिल होंगे।
राफेल विमान का पहली बार होगा प्रदर्शन :- वायुसेना के अधिकारियों के अनुसार वायुसेना के सैन्य अभ्यास वायुशक्ति में भारत को हासिल हुए राफेल विमान का पहली बार प्रदर्शन किया जाएगा। पोखरण में हर तीन साल पर वायुशक्ति सैन्य अभ्यास किया जाता है।
पिछली बार यह सैन्य अभ्यास 2019 में हुआ था। इस सैन्य अभ्यास में शामिल होने वाले कुल 148 विमानों में से 109 युद्धक हैं। इनमें जगुआर जेट, सुखोई-30, मिग-29, तेजस और विभिन्न क्षमताओं वाले युद्धक विमान शामिल हैं। इस सैन्य अभ्यास में आकाश मिसाइल प्रणाली और स्पाइडर मिसाइल प्रणाली का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
बंगाल की खाड़ी में मिलन-22 नौसैनिक युद्धाभ्यास :- कारगो विमानों में सी17 और सी130जे भी शामिल होंगे। दूसरी ओर, विशाखापत्तनम के पास बंगाल की खाड़ी में मिलन-22 नौसैनिक युद्धाभ्यास चल रहा है।
इस नौसैनिक अभ्यास का मकसद समुद्री सहयोग बढ़ाना और विभिन्न नौसेनाओं के साथ भागीदारी में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना। इस युद्धाभ्यास में नौसैनिक हथियारों, पनडुब्बी, क्रास डेक हेलीकाप्टर लैंडिंग, नौसैनिक विमानों की उड़ानों आदि का अभ्यास किया जाएगा।