बक्सर : फाल्गुन महाशिवरात्रि के अवसर पर ब्रह्मापुर के प्रसिद्ध बाबा बरमेश्वरनाथ की पूजा अर्चना की तैयारी पूरी हो गई है। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर सोमवार को प्रदोष के अवसर पर ही काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तों का आगमन हो गया है। बाबा की पूजा अर्चना के लिए आने वाले श्रद्धालु भक्तों की सुविधा और विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए कई तरह के प्रबंध किए गए हैं।
फाल्गुन महाशिवरात्रि पर बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ की पूजा करने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों के अलावा बड़ी संख्या में समीपवर्ती यूपी से भी श्रद्धालु भक्तों के आने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। मंदिर परिसर और बाजारों में दिनभर गहमागहमी रही और देर शाम तक बाबा की पूजा अर्चना भी चलती रही।
यात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर और थाना के समीप दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। वाच टावर के अलावा निश्चित गहराई तक तालाब की घेराबंदी कर दी गई है। नाव के साथ तालाब में गोताखोर को भी तैनात किया गया है। मंदिर की चारों तरफ से साफ सफाई कर प्रकाश और पेयजल की व्यवस्था की गई है। भीड़ कंट्रोल करने के लिए बने 19 प्वाइंट
महाशिवरात्रि के अवसर पर होने वाली भीड़ को कंट्रोल करने के लिए मंदिर तक आने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर बैरियर लगा दिया गया है और बड़े वाहनों का प्रवेश भी रोक दिया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि मंदिर के बाहर और भीतर तथा प्रमुख मार्गों पर कुल 19 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
सभी लोगों को सोमवार को ही ड्यूटी पर तैनात रहने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा डाक्टरों का कैंप लगाने के लिए भी आदेश दिया गया है। वहीं थानाध्यक्ष ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर व्यवस्था कायम रखने के लिए 100 अतिरिक्त पुलिस के जवानों को बुलाया गया है। ब्रह्मापुर में ब्रह्मा द्वारा स्थापित है ब्रह्मेश्वरनाथ
प्राचीनकाल से ही ब्रह्मेश्वर नाथ आस्था के प्रमुख केंद्र रहे हैं। पौराणिक आख्यान के अनुसार ब्रह्मोश्वरनाथ की स्थापना ब्रह्मा ने की थी और इसलिए उन्हें मनोकामना लिग के नाम से जाना जाता है। फाल्गुन शिवरात्रि के अवसर पर जलाभिषेक करने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तों की आस्था की भीड़ उमड़ पड़ती है। बाबा की पूजा का रात लगभग 1.00 बजे से ही शुरू होता है और देर रात तक चलता रहता है।