बांका: किसानों के खेतों में लगी फसल काफी अच्छी है, लेकिन बेमौसम बारिश होने से किसानों को काफी नुकसान होने की संभावना है। कृषि विज्ञान केंद्र के शस्य विज्ञानी रघुवर साहू ने बताया कि अभी लगभग सभी फसलों में फूल है। ऐसे में बारिश होने से फसलों को काफी नुकसान होने की संभावना है।
जिले के कुछ स्थानों पर लगभग 15 से 20 एमएम बारिश हुई है। ऐसे में जिस स्थानों पर ज्यादा बारिश हुई है। वहां फसलों को अधिक नुकसान होगा। जहां दस एमएम से कम बारिश हुई है। वहां फसल के खराब होने की संभावना नहीं है। बताया कि 15 एमएम से अधिक बारिश वाले स्थानों पर 50 फीसद तक फसल को नुकसान हो सकता है।
केविके के मौसम विज्ञानी ने बताया कि रविवार को हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान था। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ से कटोरिया, चांदन, बौंसी, शंभुगंज प्रखंड में ज्यादा बारिश हुई है। रविवार को सुबह से ही जिले के कुछ स्थानों पर रूक-रूक बारिश हुई है। इस दौरान दिन का तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा। आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा। शहर में दोपहर बाद धूप खिली है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
रजौन (बांका) : प्रखंड क्षेत्र में रविवार की सुबह हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। कई किसानों ने कहा कि इससे दलहनी फसल चना, मसूर सहित अन्य के उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है। सरसों एवं तीसी में लाही का प्रकोप बढ़ने लगा है। किसान शैलेन्द्र यादव, अरविद साह ने बताया कि अगर यही हाल रहा तो दलहनी फसल के उपजाने में लगाए गए लागत खर्च भी वापस होना मुश्किल है। इसको लेकर यहां के किसान चितित नजर आ रहे हैं।
चांदन: शनिवार देर रात से हो रही तेज हवा के साथ होने वाली बारिश से एक बार फिर रबी की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है। ठंड भी बढ़ गयी है। किसान देवानी चौधरी, दिवाकर चौधरी, संजय सुमन ने बताया कि लगातार हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दिया है। आलू की फसल के साथ अन्य सब्जी और रबी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया है।