अंबा (औरंगाबाद)। पछुआ हवा की रफ्तार में कमी आने की वजह से कनकनी से थोड़ी राहत मिली है। दिन में हो रही धूप से लोगों को ठंड से काफी राहत मिली है। लेकिन औरंगाबाद, नवादा, गया और सासाराम में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। औरंगाबाद के कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के कृषि मौसम वैज्ञानिक डा. अनूप कुमार चौबे ने जानकारी दी है कि ठंड से जूझ रहे जिले में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। तीन से पांच फरवरी को मध्यम बादल छाए रहने के साथ बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि पछुआ हवा का तेज बहाव 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से था जिस कारण कनकनी बढ़ गई थी। लेकिन फिलहाल हवा के बहाव में कमी आई है इसकी वजह से आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होने की संभावना बन रही है।
पछुआ हवा की रफ्तार में कमी आने एवं न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने से औरंगाबाद में ठंड से राहत मिलने की संभावना है। किसानों को सलाह दी जा रही है कि अपने खेतों में हल्की नमी है तो सिंचाई के लिए इंतजार करें। मौसम खराब होने पर घर में या सुरक्षित जगह पर रहे और बारिश होते समय बाहर न निकलें। पशुओं को भी सुरक्षित जगह पर रखे एवं उन्हें भी बारिश में भीगने न दें। पशुओं को ठंड से बचाने के लिए गौशाला में उचित प्रबंध करें। इसके साथ ही इस बात ख्याल रखें कि पशुओं के पीने का पानी ठंडा न हो। पशुओं को सूखे जगह पर एवं जुट के बोर से ढक कर रखना चाहिए। जिन किसानों ने धान की फसल की कटाई के बाद थ्रेसिंग नहीं की है वे थ्रेसिंग करा अनाज का भंडारण सुरक्षित जगह पर कर लें।