मोतिहारी : बापू की कर्मभूमि मोतिहारी से बुधवार को थोड़ी देर बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान का श्रीगणेश करेंगे। इसके लिए ऐतिहासिक गांधी मैदान सज-धज कर तैयार है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इधर आर्थिक व सामाजिक बदलाव की वाहक जीविका दीदियों में कार्यक्रम को लेकर गजब का उत्साह दिख रहा है।
बता दे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाल्मीकिनगर से 11 बजे पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर उतरेंगे। इसके बाद वे गांधी मैदान के उत्तर कोने पर अवस्थित महात्मा गांधी की योगमुद्रा वाली मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद वे सीधे गांधीमैदान में ही बने पंडाल में आएंगे और समाज सुधार अभियान का दीप जलाकर आगाज करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी अधिकांश यात्राओं और अभियानों का शुभारंभ बापू की कर्मभूमि चम्पारण से ही करते रहे हैं। इसी कड़ी में अब समाज सुधार अभियान के आगाज का गवाह भी सत्याग्रह की सफल प्रयोगस्थली चम्पारण बनने जा रहा है। वे इसके पूर्व यहां से दर्जनभर यात्राओं व अभियान का आगाज कर चुके हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री श्री कुमार स्वयं कई अवसरों पर कह चुके हैं कि चम्पारण की आबोहवा में क्रांति की वह तासीर है जिससे उन्हें सबसे ज्यादा उर्जा मिलती है। इसलिए वे जब भी किसी नये काम की शुरुआत करते हैं तो वह चम्पारण को केंद्र में रखते हैं।
गांधी स्मारक सह संग्रहालय के सचिव गांधीवादी पूर्वमंत्री ब्रज किशोर सिंह का कहना है कि शराबबंदी और समाज सुधार के कार्यों के लिए गांधी की कर्मभूमि चंपारण से बेहतर स्थान राज्य में कोई नहीं हो सकता है। गांधी जी ने अंग्रेजों की गुलामी के दौर में भी शराबबंदी और सामाजिक सुधारों के लिए कई कार्य किए थे।
काफी हद तक सफलता भी मिली थी। मगर, अफसोस आजादी के बाद गांधी जी के प्रयासों को मुकाम तक नहीं पहुंचाया जा सका। मुख्यमंत्री श्री कुमार द्वारा इस दिशा में किए गए कार्यों की जरूर सराहना की जानी चाहिए। वहीं जीविका सदस्य रामावती देवी का कहना है कि शराबबंदी और अन्य सरकारी पहल से समाज में जागरूकता के साथ अमन व शांति बहाल हुई है जो विकास की पहली शर्त है।
शराबबंदी के साथ सामाजिक दायित्वों की पूर्ति के लिए भी अफसरों को मिलेगा टास्क
सीएम की इस यात्रा के दौरान अधिकारियों को शराबबंदी के साथ सामाजिक दायित्वों की पूर्ति के लिए भी टास्क मिल सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीविका सदस्यों को संबोधित करने के बाद पूर्वी और पश्चिमी चम्पारण के अधिकारियों के साथ राधाकृष्ण भवन में समीक्षा बैठक भी करेंगे।
इसमें विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ साथ शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। बैठक में मुख्यमंत्री श्री कुमार के अतिरिक्त जिले के प्रभारी मंत्री सह राज्य के मद्यनिषेध मंत्री सुनील कुमार, गन्ना उद्योग सह विधि मंत्री प्रमोद कुमार, राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी, मद्यनिषेध विभाग के राज्यस्तरीय अधिकारी और वर्चुअल माध्यम से कुछ अन्य विभागों के मंत्री और अधिकारी जुड़ सकते हैं।