दरभंगा। आय से अधिक संपत्ति के मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम गुरुवार को समाहरणालय स्थित आपदा प्रबंधक के अपर समाहर्ता अनिल कुमार सिन्हा के कार्यालय पहुंची। हालांकि, इस दौरान अनिल कार्यालय में नहीं थे। कार्यालय के कर्मियों ने टीम के सदस्यों को बताया कि अनिल को राज्य निर्वाचन आयोग ने मधुबनी का आब्जर्वर बनाया है।
नतीजतन वे मधुबनी गए हुए हैं। इसके बाद टीम के सदस्यों ने कार्यालय कर्मियों से पूछताछ की। पूछा कि वे कहां रहते है। इसपर कार्यालय कर्मियों ने बताया कि कुछ ही महीने पूर्व उनका स्थानांतरण दरभंगा हुआ है। अभी फिलहाल वे सर्किट हाऊस में रहते हैं। कुछ देर कार्यालय में कागजों की खंगालने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम सर्किट हाऊस पहुंची। वहां भी कर्मियों से पूछताछ की। हालांकि, इस दौरान टीम के सदस्यों ने कुछ भी बताने से परहेज किया।
बस इतना बताया कि जांच को लेकर वे आए है। इधर, जानकार सूत्र बताते हैं कि टीम के सदस्य उनके कार्यालय की जांच के बाद सर्किट हाऊस और मब्बी स्थित बालू मंडी भी गए। जहां कई लोगों से पूछताछ की गई।इधर, ईओयू की टीम के अपर समाहर्ता कार्यालय पहुंचने की सूचना के बाद दिन भर समाहरणालय में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। लोग दबी जुबान से कई तरह की बातें कर रहे थे। इस संबंध में आपदा प्रबंधन के वरीय प्रभारी सत्यम सहाय ने बताया कि ईओयू की टीम कार्यालय आई थी। अपर समाहर्ता के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद टीम के सदस्य पूछताछ के बाद निकल गए। बता दें कि अपर समाहर्ता अनिल कुमार सिन्हा दरभंगा पदस्थापना से पूर्व औरंगाबाद में जिला परिवहन पदाधिकारी के पद पर तैनात थे।
बालू के अवैध खनन मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम अपर समाहर्ता के कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसी क्रम में टीम दरभंगा आई हुई पदस्थापना के बाद अब तक तीन-चार बार ही कार्यालय आए है अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन विभाग के अपर समाहर्ता पद पर अनिल कुमार सिन्हा ने 27 सितंबर को दरभंगा कार्यालय में अपना योगदान दिया था। इसके बाद लगातार चल रहे पंचायत चुनाव कार्य को लेकर वे बराबर मधुबनी आते-जाते रहे। सूत्रों की मानें तो पदस्थापना के बाद से लेकर अब तक वे करीब तीन-चार बार ही कार्यालय आए हैं।