कश्मीर में दो मजदूरों की हत्या पर बिहार के लोग गुस्से और दुख से भरे हुए हैं. राजनीतिक दल और नेता भी इस गुस्से को जाहिर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इस बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मजदूरों की हत्या के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सीएम नीतीश से माफी की मांग की, जबकि कश्मीर घाटी में आतंक को साफ करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार से अलग हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी . तरीके से अपील की।
मांझी ने कहा कि अगर सरकार बिहारियों को 15 दिन का समय देती है तो वे सुधार करेंगे. मांझी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट के जरिए बिहारियों को निशाना बनाने के लिए सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगातार बिहारियों को निशाना बनाया जा रहा है. अब उसका मन इससे व्याकुल है। कश्मीर में हमारे निहत्थे भाई लगातार मारे जा रहे हैं. अगर हालात नहीं बदल रहे हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जी से अनुरोध है कि कश्मीर सुधारने की जिम्मेदारी बिहारियों पर छोड़ दें, 15 दिन में नहीं सुधरे तो कहेंगे.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में चार बिहारी मजदूरों को गोली मार दी गई थी. इनमें से तीन की मौत हो चुकी है। मारे गए मजदूरों में से दो बिहार के अररिया जिले के थे जबकि एक बांका का था। रविवार को आतंकियों की फायरिंग में एक व्यक्ति घायल हो गया था। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।