सासाराम : रोहतास। सोन नदी स्थित बालू घाटों के लिए अभी तक बंदोबस्ती नहीं होने से निर्माण कार्य पूरी तरह ठप पड़ गया है। जहां-तहां काम चल भी रहा है तो तस्करों द्वारा महंगे दाम पर बेचे जा रहे बालू-गिट्टी से। बालू खनन के लिए अधिकृत आदित्य मल्टीकाम कंपनी द्वारा मई माह से खनन कार्य बंद किए जाने के बाद से बालू का घोर संकट उत्पन्न हो गया है।
इस माह में बंदोबस्ती प्रक्रिया पूरी कर लेने की उम्मीद
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा जुलाई से सितंबर माह तक खनन कार्य पर रोक लगाए जाने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि अक्टूबर में बालू की उपलब्धता हो जाएगी, लेकिन अबतक बालू घाटों का खनन पट्टा नहीं दिए जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मजदूर भी काम नहीं मिलने से बेरोजगार हो गए हैं। प्रभारी खनन उप निदेशक सह डीसीएलआर मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि बालू खनन के लिए अभी तक बंदोबस्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। इस माह तक बंदोबस्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद ही बालू घाटों पर खनन का कार्य शुरू हो पाएगा।
चार माह में अवैध खनन में लिप्त 50 तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
अवैध बालू खनन, ढुलाई तथा बिक्री को रोकने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। अप्रैल से लेकर अगस्त माह तक अवैध खनन में लिप्त कुल 702 वाहन जब्त किए गए तथा अवैध खनिकों से अबतक तीन करोड़ 75 लाख रुपये की राजस्व वसूली की गई। इस राशि में से 271. 16 लाख दंड की राशि कोर्ट के आदेश के बाद वसूली गई। 361 बार छापेमारी में 184 प्राथमिकी दर्ज हुई है। इस दौरान अवैध खनन में लिप्त 50 तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।