बिहार के नगर निगम कर्मियों को नीतीश सरकार का तौफा…!इतने दिनों के वेतन के बराबर मिलेगी प्रोत्साहन राशि, जानिए वजह..

बिहार के सभी नगर निकायों के कर्मचारियों को कोरोना काल में बेहतर कार्य करने पर 15 दिनों के लिए उनके मूल वेतन या मानदेय के बराबर प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जायेगा. नगर विकास विभाग ने इस संबंध में सभी नगर निगमों के नगर आयुक्तों और सभी नगर परिषदों और नगर पंचायतों के नगर कार्यकारी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

शहरी विकास एवं आवास विभाग के अवर सचिव राम सेवक प्रसाद ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं. नगरीय विकास विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार प्रदेश के सभी नगर निकायों के स्थायी, संविदा एवं दिहाड़ी कर्मियों ने स्वच्छता, सेनिटाइजेशन जैसी वैश्विक महामारी (कोविड-19) की रोकथाम के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आदि।

उक्त संदर्भ में इन कर्मियों का मनोबल ऊंचा रखने के लिए कुछ नगर निकायों द्वारा 15 दिन के मूल वेतन या मानदेय के बराबर प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है. विभाग ने निर्देश दिया है कि अपने-अपने नगर निकायों में कार्यरत स्थायी, संविदा एवं दिहाड़ी कर्मियों को कम से कम 15 दिन के पारिश्रमिक के बराबर प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए अधिकार प्राप्त स्थायी समिति या बोर्ड से स्वीकृति मिलनी चाहिए.

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विभाग ने कहा कि मंजूरी के बाद भुगतान के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. विभाग ने सभी नगर निकायों को ईमेल के माध्यम से सूचित किया है और सभी संभागीय आयुक्तों और जिलाधिकारियों को भी सूचित किया है.

नगरपालिका कार्यकर्ता अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय थे

प्रदेश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान नगर निकायों के कर्मी फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में सक्रिय रहे और पूरे शहर और कस्बे की सफाई में लगातार जुटे रहे. विशेष रूप से कोरोना काल में जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के निपटान में नगर निगम के कर्मचारियों ने भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई।

बिहार में 259 नगर निकाय कार्यरत हैं।

वर्तमान में राज्य में 259 नगर निकाय कार्य कर रहे हैं। इनमें से पुराने 142 और नए 117 सहित कुल 259 नगर निकायों का संचालन किया जा रहा है। इनमें से 18 नगर निगम, 83 नगर परिषद और 158 नगर पंचायत अधिसूचित हैं।