रामपुर (भभुआ)। धरातल पर डिजिटल इंडिया किस तरह काम कर रहा है अंचल कार्यालय इसका प्रत्यक्ष प्रमाण बना है। जिस आरटीपीएस काउंटर पर पहले लोगों की भारी भीड़ उमड़ती थी अब वहां अब सन्नाटा पसरा है। आरटीपीएस काउंटर के कर्मियों से काम के लिए आग्रह करने का अब वक्त चला गया। खिड़की पर सटे रहने वाले दलाल भी गायब हो चुके हैं। बंद खिड़की के पीछे कमरे में तेज रफ्तार से काम चल रहा है। सोमवार को जब इस मामले की पड़ताल की गई तो पता चला कि यह सर्विस प्लस ऐप के चलते हुआ है।
बता दें कि 24 नवंबर को सरकार ने एक ऐप लागू किया। जिसका नाम सर्विस प्लस है। इस ऑनलाइन ऐप के माध्यम से लोग घर बैठे कुल 52 तरह की सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। इनमें महत्वपूर्ण ऑनलाइन सेवा में जाति, आय, आवास, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी आदि महत्वपूर्ण सेवाएं शामिल है। जिसके लिए लोगों को नियमित रूप से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था और थक हार कर दलालों के शरण में जाना पड़ता था। कार्यालय के कर्मियों का कहना है कि घर बैठे लोग अपने स्मार्टफोन से आवेदन कर देते हैं। आवेदन तत्काल आरटीपीएस काउंटर पर बैठे कर्मियों को मिल जाता है। कर्मी उस आवेदन को निर्धारित समय में निष्पादित कर पुन: सर्विस ऐप पर डाल देते हैं। आवेदक अपने मोबाइल से प्रिंट आउट निकाल लेता है। इस तरह बिना प्रखंड कार्यालय आए घर बैठे सुविधा का लाभ लोग उठा रहे हैं।
कर्मियों पर बढ़ा है काम का बोझ
सर्विस प्लस ऐप पर काम का लोड बढ़ने से कई बार सर्वर काम करना बंद कर देता है। इस दौरान काफी परेशानी बढ़ती है। कार्यालय की आइटी सहायक अर्चना कुमारी का कहना है कि सर्वर की दिक्कत के चलते कई बार निर्धारित समय में काम पूरा करना मुश्किल हो जाता है। कुछ दिन पहले सर्वर सही से काम कर रहा था लेकिन आज कल तो ऐसा हुआ है क्या एक दिन में एक आवेदन पर हस्ताक्षर भी नही बन पा रहा है। जिससे समय से आवेदन नही मिल पा रहा है। दिन में सर्वर काम नहीं करने से रात में कार्याें का निष्पादन करना पड़ रहा है।
क्या कहती हैं सीओ
इस संबंध में सीओ लवली कुमारी ने बताया कि हमारी कोशिश है कि जनता के काम में और अधिक पारदर्शिता लाई जाए। ताकि कहीं से भी भ्रष्टाचार की शिकायत को बल नहीं मिले। आरटीपीएस काउंटर से ऑनलाइन सेवा का काम में निकट भविष्य में और तेजी लाया जाएगा। जिससे जनता लाभान्वित हो सके।