सुपौल: पंचायत चुनाव के सफल संचालन को ले मंगलवार से मतदान कर्मियों का जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्य आरंभ हो गया। दो अलग-अलग केंद्रों पर आयोजित प्रशिक्षण के पहले दिन पीठासीन पदाधिकारी तथा तृतीय मतदान पदाधिकारी ए को प्रशिक्षित किया गया। सुपौल उच्च माध्यमिक विद्यालय सुपौल मैं 460 पीठासीन पदाधिकारियों को उनके दायित्वों का बोध कराते हुए मास्टर ट्रेनर ने कहा कि आसन्न पंचायत चुनाव में इस बार कई तरह के बदलाव किए गए हैं। जहां पहले पीठासीन पदाधिकारी को एक प्रकार का ही घोषणा पत्र देना पड़ता था वही इस चुनाव में दो प्रकार के घोषणा पत्र देने होंगे। चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर 5 वोटिग कंपार्टमेंट बनाया जाना है। इन सभी कंपार्टमेंट का रंग पद के अनुसार अलग-अलग है। कहा कि मतदान के दौरान यदि किसी बूथ पर कंट्रोल यूनिट खराब हो जाता है और उसकी जगह नए कंट्रोल यूनिट लगाए जाऐ हैं तो नए कंट्रोल यूनिट में सभी प्रत्याशियों का नाम क्रमवार फिर से अंकित करना होगा। वहीं तृतीय मतदान पदाधिकारी ए को महिला आईटीआई में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण केंद्र प्रभारी राहुल चंद्र चौधरी ने बताया कि इस केंद्र पर प्रत्येक पाली में 376 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाना था जिसमें से प्रथम पाली में 368 तथा द्वितीय पाली में 372 कर्मी प्रशिक्षण में शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान तृतीय मतदान पदाधिकारी को मास्टर ट्रेनर ने मतदान के दौरान की प्रक्रिया के साथ ही निभाए जाने वाले कार्यों के बारे में बताया। कहा कि इस बार चुनाव प्रक्रिया खास है, ईवीएम एवं बैलेट पेपर दोनों के माध्यम से मतदान कराए जाएंगे। यह पहले हुए कई चुनावों के अलग तरीके का है। इसमें पीठासीन पदाधिकारी के अलावा सभी मतदान पदाधिकारियों को काफी सजगता एवं तत्परता दिखाने की जरूरत है। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि हर चुनाव में तृतीय मतदान पदाधिकारी एक ही होते थे लेकिन इस बार पंचायत चुनाव में तृतीय मतदान पदाधिकारी की संख्या तीन होगी।