Teachers Day: गुरु ही ब्रह्मा हैं। गुरु ही विष्णु और महेश हैं। गुरु परम ब्रह्म हैं। गुरु की कृपा हो जाए तो शिष्य वह कर जाता है जो उसे इतिहास पुरुष बना देता है। ऐसे ही एक गुरु हैं जगत नारायण सिंह। उनके कई शिष्य आज अपने-अपने क्षेत्र में सफल हैं। उन्हीं में से एक नाम है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का। आज शिक्षक दिवस पर हम बात कर रहे हैं मुख्यमंत्री (Bihar CM Nitish Kumar) के शिक्षक पटना जिले के बख्तियारपुर के रहने वाले जगत नारायण सिंह की। आज उनकी उम्र 93 वर्ष हो गई है। jagran.com से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्होंने बख्तियारपुर के श्रीगणेश उच्च विद्यालय में नीतीश कुमार को 10वीं तक गणित और विज्ञान पढ़ाया है। अपने इस छात्र की उपलब्धि देख जगत नारायण सिंह गदगद हैं। उन्हें आज भी पुरानी बातें याद हैं। ऐसी ही एक पुरानी बात याद करते हुए जगत नारायण सिंह कहते हैं कि एक बार उन्होंने नीतीश कुमार काे मालगाड़ी के नीचे से होकर स्कूल आने पर जमकर डांटा था।
काफी अनुशासित छात्र थे नीतीश कुमार
जगत नारायण सिंह बताते हैं कि नीतीश कुमार के पिता कविराज रामलखन वैद्य से उनके पारिवारिक संबंध थे। वे उस विद्यालय के सचिव भी थे। इसके बावजूद नीतीश ने कभी पिता के पद का दंभ नहीं दिखाया। नीतीश कुमार स्कूल में एक अनुशासित छात्र के रूप में जाने जाते थे। वे शिक्षकों का सम्मान करते थे।
मालगाड़ी के नीचे से होकर आए थे स्कूल
एक प्रसंग याद कर जगत नारायण सिंह के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। वे बताते हैं कि स्कूल आने के लिए एक बार नीतीश कुमार मालगाड़ी की बोगी के नीचे से गुजर रहे थे। संयोगवश उनकी नजर पड़ गई। वे हैरान रह गए। स्कूल पहुंचने पर इसके लिए उन्होंने उन्हें खूब फटकार भी लगाई थी। आगे से ऐसा नहीं करने की नसीहत भी दी थी। तब नीतीश कुमार ने आगे से ऐसा नहीं करने का वचन दिया था।
ऐसे छात्र का शिक्षक होना गर्व की बात
जगत नारायण सिंह कहते हैं कि ऐसा छात्र हो तो किस शिक्षक को गर्व नहींं होगा। वे कहते हैं कि ऐसे छात्र का शिक्षक होना भी सम्मान की बात है। वे और आगे बढ़ें। समाज और राष्ट्र की सेवा करते रहें।
Source-dainik jagran