मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार में लगातार बारिश से शनिवार को भी जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। बाढ़ का कहर जारी रहा। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैैं। तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है। दरभंगा व मधुबनी में बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत की खबर है।
पश्चिम चंपारण में शाम तक गंडक बराज से 2.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पहाड़ी नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। मुरली भरहवा गांव में स्वाधीनता सेनानी पं. राजकुमार शुक्ल के घर तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। पंडई नदी का जलस्तर बढऩे से नदी किनारे बसे लोगों में दहशत हैै। सड़कें व पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई हैैं। कई गांवों में पानी घुस गया है। हरनाटांड़-बनकटवा मुख्य पथ क्षतिग्रस्त हो गया है।
सुगौली और बंजरिया में भी स्थिति यथावत
बगहा शहर के कैलाशनगर मोहल्ले के तीन दर्जन घरों से गंडक नदी का पानी उतरने लगा है। पूर्वी चंपारण के सुगौली और बंजरिया में भी स्थिति यथावत है। मधुबनी जिले के मधवापुर में धौंस नदी का सुरक्षा तटबंध टूट गया। इससे हजारों हेक्टेयर में पानी फैल गया है। कई गांव पानी से घिर गए हैैं। बेनीपट्टी के सिमरकोन और करहरा में धौंस नदी का कटाव जारी है। झंझारपुर में कमला बलान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर है। पुराने रेल सह सड़क पुल के गार्डर को पानी छू रहा है।
कमला -बलान के बाएं से लेकर दाएं तटबंध तक पानी फैला है। बलनी मेंहथ पंचायत के नवटोलिया का एनएच से संपर्क टूट गया है। एनएच के उत्तर नवटोलिया टोला के कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है। कुछ लोगों ने एनएच -57 पर शरण ली है। बेहट में कमला बलान नदी के बाएं तटबंध के 49.5 किमी पर पिपराघाट में दस दिन पूर्व आई दरार को पाटने का प्रयास जारी है। पिपराघाट में दिनभर बांध टूटने की अफवाह फैली रही। अंधराठाढ़ी थाना क्षेत्र में कमला नदी में डूबने से एक अधेड़ की मौत हो गई।
बारिश में दो दर्जन घर गिर पड़े
समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड की छह से अधिक पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हैैं। पांच सौ से अधिक घरों में पानी घुस गया है। बारिश में दो दर्जन घर गिर पड़े। शिवहर के बेलवा में सुरक्षा तटबंध में रिसाव से नए इलाकों में पानी फैल गया है। बागमती में उफान से कई गांवों में पानी घुसने लगा है। कोला पुल के पास एनएच -104 और बेलवा के पास एसएच-54 पर पांच फीट पानी बह रहा है। तटबंध का मरम्मत कार्य जारी था। दरभंगा जिले के बेनीपुर और बिरौल अनुमंडल क्षेत्र में खतरा बढऩे लगा है। केवटी में बाढ़ में डूबने से एक महिला की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर के आधा दर्जन शहरी इलाके भी बाढ़ की चपेट में हैैं।