अब SSP-SP कार्यालय में बैठकर नहीं कर पाएंगे ‘बाबूगिरी’, करना होगा ये काम, डीजीपी ने जारी किया आदेश

जिलों के एसएसपी-एसपी कार्यालयों में तैनात पुलिसकर्मी अब बाबूगिरी कर टाइम पास नहीं कर पाएंगे. थानों और पुलिस लाइन में तैनात पुलिसकर्मियों की तरह उन्हें भी अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी करनी होगी. गंभीर आपराधिक घटनाओं के फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी को लेकर पुलिस मुख्यालय सख्त हो गया है. डीजीपी एसके सिंघल ने सभी जिलों के एसएसपी-एसपी कार्यालयों में विभिन्न कार्यों में लगे पुलिसकर्मियों को भी छापेमारी करने का निर्देश दिया है.

पंचायत चुनाव को देखते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी प्राथमिकता

आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए घोटालों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी को प्राथमिकता दी जा रही है. पूर्व में हुई आपराधिक घटनाओं के आरोपियों को भेजने के लिए पुलिस मुख्यालय ने पूर्व में सभी जिलों को पत्र लिखा था. डीआईजी सुजीत कुमार ने बताया कि घोटालों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में वह पूर्व में तीन जिलों के एसपी को पत्र लिख चुके हैं. हत्या, लूट, डकैती, रेप जैसी घटनाओं में शामिल आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने को कहा गया है. अब जब पंचायत चुनाव है तो अपराधियों को जेल के अंदर भेजना पुलिस की पहली प्राथमिकता हो गई है.

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पुलिस छापेमारी करेगी तो अपराधी भी सरेंडर करेंगे

डीजीपी ने अपने पत्र में कहा है कि घोटालों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी और विशेष अभियान चलाने से न सिर्फ आरोपियों की गिरफ्तारी होगी बल्कि आत्मसमर्पण करने वाले अपराधियों की संख्या में भी इजाफा होगा. उन्होंने लिखा है कि अगर पुलिस छापेमारी करती है तो फरार आरोपी भी सरेंडर कर देंगे और उन्हें जेल भेजा जा सकता है.

चोरी व मकान तोड़ने की घटना की जिम्मेदारी तय होगी

डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को लिखे पत्र में कहा है कि चोरी और घर में तोड़फोड़ की घटनाओं की स्थिति में पुलिसकर्मी की जिम्मेदारी तय की जाएगी. यदि किसी क्षेत्र में चोरी या घर में तोड़फोड़ की घटना होती है तो उसके लिए गश्ती अधिकारी सहित पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने रात्रि गश्त को मजबूत करने के लिए भी लिखा है।

बताया जा रहा है कि रात में गश्त में लापरवाही के कारण चोरी और घर में तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं. डीजीपी ने जिलों के एसपी को व्यक्तिगत रूप से रात्रि गश्त की निगरानी करने का निर्देश दिया है. भागलपुर में भी कई बार रात्रि गश्त को मजबूत करने के निर्देश दिए गए, लेकिन इसमें लापरवाही कम नहीं हो रही है. कई थाना क्षेत्रों में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही हैं.