सहरसा। महेशखूंट-मधेपुरा, सहरसा एवं पूर्णिया एनएच 107 निर्माण कार्य का दो वर्ष पूर्व शिलान्यास हुआ था, लेकिन सड़क निर्माण की धीमी गति लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। सिमरीबख्तियारपुर से जमुनिया सरडीहा,खोजुचक, चकमक का बलवा हाट होते हुए जिला मुख्यालय सहरसा को जोड़ने के लिए स्टेट हाईवे की सड़क को दोनों तरफ सड़क चौड़ीकरण के नाम पर खोदकर छोड़ दिये जाने से लोग परेशान हैं। लोगों ने निर्माण एजेंसी एनएचआई के विरोध में गुरुवार को बलथी चौक पर जमकर विरोध किया। विरोध कर रहे ग्रामीण चंद्र किशोर तांती,अर्जुन तांती,आनंदी तांती,राजू तांती, महेंद्र तांती, राधेश्याम तांती,अमरेंदर तांती,अमित सिंह,मनीष सिंह आदि ने बताया कि अपने घर के आगे सब्जी एवं किराना दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। परंतु एनएचआई के द्वारा सड़क चौड़ीकरण के नाम पर गड्ढा खोदकर एक वर्ष पूर्व छोड़ दिया गया है। जिसमें पानी भर गया है। हम लोगों के घर के छोटे-छोटे बच्चे खेलते खेलते कई बार पानी के चपेट में आकर डूबने लगे परंतु स्थानीय ग्रामीणों ने की तत्परता के कारण उन बच्चों को बचा लिया। इन गड्ढों के कारण हम लोगों का व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो कर रह गया है।अब हम लोगों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।ह सरडीहा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य राहुल कुमार ने लोगों की समस्या से अनुमंडल पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार को अवगत कराते हुए इस दिशा में सार्थक कदम उठाने का आग्रह किया।
दो वर्ष में पूर्ण होना था कार्य
14 अक्टूबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोकामा से चार जिले को जोड़ने वाली 180 किलोमीटर एनएच निर्माण का शिलान्यास किया था। 1380 करोड़ की लागत से बनने वाले निर्माण आज दो चरणों में पूर्ण होना था।स्थानीय ग्रामीण लगातार सड़क चौड़ीकरण के लिए बनाए गए गड्ढे में मटेरियल भरने की मांग कर रहे हैं कई बार इसके लिए सड़क जाम भी किया गया था।