Medical College में सीधा दाखिला, NEET Exam देने वाले सॉफ्ट टारगेट- ये रहा पूर्णिया से गिरफ्तार ठगों का नेटवर्क

पूर्णिया। पूर्णिया के एक होटल से गिरफ्तार मेडिकल कालेज (Medical College) में नामांकन कराने वाले गिरोह के सदस्यों ने कई खुलासे किए हैं। उनके द्वारा छात्रों को ठगने के लिए सिलीगुड़ी में आफिस खोलने की योजना थी। पकड़ में आए पटना के संदीप करवरिया एवं मधुबनी के रहने वाले दीपक कुमार ने भोपाल एसटीएफ को ये पूरी जानकारी साझा की है। साथ ही इस संबंध में अहम जानकारी भी दी है। इन दोनों ठगों ने बताया की सिलीगुड़ी में आफिस खोलकर उनके द्वारा सीमांचल सहित नार्थ ईस्ट के मेडिकल कालेजों में नामांकन कराने का झांसा देकर ठगी करने की तैयारी थी। इसको लेकर ही उनके द्वारा छह माह के दौरान कई बार पूर्णिया सहित सिलीगुड़ी आदि इलाकों का दौरा किया गया था।

इन ठगों द्वारा सिलीगुड़ी में कार्यालय खोलने को लेकर सेवक रोड में एक भवन के मकान मालिक से भी बात हो गयी थी। जल्द ही अब सिलीगुड़ी में कैरियर गाइड नामक कार्यालय यहां खोला जाना था, लेकिन भोपाल एसटीएफ की टीम ने पूर्णिया के होटल से इन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संदीप करवरिया एवं दीपक कुमार ने इस बात का भी खुलासा किया है कि वे नामांकन कराने वाले छात्रों को झांसा देने के लिए कई मेडिकल कालेजों को सहायक प्रोफेसर बताते थे। इसके लिए उनके द्वारा फर्जी कागजात के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक में सैलरी अकाउंट भी खोला गया था। जिसमें छात्रों के नामांकन के नाम पर ली गयी करोड़ों की राशि उनके द्वारा जमा कराई गई।

कइयों छात्रों के साथ नामांकन नाम पर की ठगी

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

पूछताछ में ठग संदीप करवरिया एवं दीपक कुमार ने बताया की उनके द्वारा 2013 से ही मेडिकल कालेजों में नामांकन कराने के नाम पर छात्रों से ठगी का खेल खेला जा रहा है। नीट (NEET Exam) देने वाले छात्रों का डाटा उनके द्वारा आन लाइन साइट से खरीदा जाता था। इसके बाद छात्रों को नामांकन होने का झांसा देने के लिए फर्जी एमसीआई का सेंटर आईडी बनाकर छात्रों को मैसेज भेजने का काम किया जाता था। इन ठगों ने बताया की अब तक उनके द्वारा बिहार, बंगाल, झारखंड, यूपी, सहित मध्यप्रदेश के सैकड़़ों छात्रों से मेडिकल कालेज में नामांकन के नाम पर ठगी की गई है। इसके पूर्व भी पकड़ में आया आरोपी पटना का रहने वाला संदीप करवरिया भोपाल के हबीबगंज पुलिस द्वारा फर्जीवाड़े के आरोप में पकड़ा गया था। मगर बाद में जमानत पर बाहर आने के बाद फिर वह वही कारोबार करने लगा।

सीधे नामांकन का देते थे झांसा

पकड़ में आए आरोपितों ने खुलासा किया है की उनके द्वारा बंसल इंजीनियरिग कालेज भोपाल, भाभा इंजीनियरिंग कालेज भोपाल, राधा रमण इंजीनियरिंग कालेज भोपाल, आईईएस इंजीनियरिग कालेज भोपाल, एलएनसीटी इंजीनियरिंग कालेज भोपाल, आरकेडीएफ इंजीनियरिंग कालेज भोपाल, पीपुल्स इंजीनियरिग कालेज भोपाल आरकेडीएफ मेडिकल कालेज भोपाल, एल, एल मेडिकल कालेज भोपाल, कीम्स मेडिकल कालेज बंगलौर , सुमैया मेडिकल कालेज शिवमोगा कर्नाटक, आईपीजीएमआर मेडिकल कालेज कलकता, लोक मान्य मेडिकल कालेज सायण मुम्बई में एमबीबीएस, बीडीएस तथा बीएएमएस कोर्स में नामांकन ने नाम पर ठगी की जाती रही है।

पूर्णिया एसपी दयाशंकर ने बताया कि पूर्णिया से गिरफ्तार मेडिकल कालेज में नामांकन कराने वाले ठगों ने पूछताछ में भोपाल एटीएस के समक्ष कई अहम खुलासे किए हैं, इन ठगों ने इस बात का खुलासा किया है की अब उनकी योजना बंगाल के सिलीगुड़ी में आफिस खोलकर नार्थ ईंस्ट के छात्रों को मेडिकल में नामांकन के नाम पर झांसा देकर ठगने की थी।