लखीसराय। जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच राहत और बचाव कार्य अपने स्तर से तेजी से चला रहा है। ये अलग बात है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की शिकायत दूर नहीं हो रही है। बाढ़ से प्रभावित हर परिवार को सूखा राशन उपलब्ध हो इसकी मानिटरिग डीएम संजय कुमार सिंह खुद कर रहे हैं। हालांकि सूखा राशन वितरण की आड़ में पंचायत की राजनीति भी खूब हो रही है।
डीएम ने इसे काफी गंभीरता से लिया है। सोमवार को आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक के बाद आपदा प्रभारी एएसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि जिले के बाढ़ प्रभावित चार प्रखंडों में अबतक 9,400 सूखा राशन का पैकेट वितरण हो चुका है। सोमवार को 400 पैकेट पिपरिया के सीओ को दिया गया है। इससे पहले सबसे अधिक सूखा राशन पिपरिया प्रखंड क्षेत्र में 4,284 पैकेट लोगों के बीच वितरण किया गया है।
पिपरिया के सीओ रामजी प्रसाद ने डीएम से कहा कि मोहनपुर पंचायत के अलावा रामचंद्रपुर पंचायत के कुछ वार्डों में अभी सूखा राशन वितरण होना बाकी है। इसलिए सीओ ने डीएम से 3,000 राशन पैकेट और मांगा है। बड़हिया में रविवार तक कुल 1,080 पैकेट मिला था। सोमवार को पटना से मंगाकर 2,000 सूखा राशन पैकेट उपलब्ध कराया गया है जो टाल क्षेत्र में वितरण किया जाना है। जिन पंचायतों और गांवों में सामुदायिक किचेन का संचालन किया गया या चल रहा है वहां सूखा राशन नहीं मिलेगा।
डीएम ने जब लखीसराय के सीओ से राहत वितरण की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि अबतक 3,722 सूखा राशन का पैकेट वितरण हुआ है। सीओ ने डीएम से 10 हजार और राहत पैकेट की मांग की है जिसपर डीएम ने सीओ के आकलन को गलत बताया। बाद में बीडीओ नीरज कुमार रंजन ने बाढ़ प्रभवित गांव की स्थिति और राहत वितरण की आवश्यकता बताते हुए डीएम से कम से कम दो हजार पैकेट की मांग की है।
लखीसराय प्रखंड में सबसे अधिक राहत वितरण गढ़ीविशनपुर पंचायत में हुआ है। जबकि साबिकपुर पंचायत के कई गांवों में कहीं भी राहत वितरण नहीं हुआ है। वहीं टाल इलाके के गांव में भी लायंस क्लब ने अपनी ओर से राहत पैकेट दिया है। उस इलाके में भी सरकारी राहत का इंतजार है।