पटना। राज्य में 14 अगस्त तक मॉनसून सक्रिय रहने का अनुमान है। ऐसे में कभी-कभी मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। बारिश के कारण कई इलाकों में जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। यहां नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। पटना में गंगा का जलस्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच रहा है। इससे राज्य सरकार की चिंता भी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद हालात का जायजा लिया है। अधिकारियों को पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है।
कई जिलों में हो सकती है बहुत भारी बारिश
मौसम विज्ञानी संजय कुमार ने बताया कि सभी मौसम प्रभावों के चलते राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान पटना समेत कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. वहीं, नेपाल के तराई जिलों, पश्चिम और पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज आदि में गरज-चमक के साथ तेज से बहुत तेज बारिश होने का अनुमान है। ऐसे में वहां के लोग सावधान रहने की सलाह दी गई है। आंधी की संभावना को देखते हुए अलर्ट रहने को कहा गया है।
मानसून काल में हुई सामान्य से 18 प्रतिशत अधिक बारिश
24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी और मध्य भागों में कई स्थानों पर और पूर्वी भागों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इसमें से माधवपुर में 92.7 मिमी, सिसवां में 85.8 मिमी, हयाघाट में 76 मिमी, गोगरी में 68 मिमी, गलगलिया में 65 मिमी, मोतिहारी में 38.2 मिमी, पटना में 10 मिमी दर्ज किया गया। राज्य में अब तक पूरे मानसून सीजन में 719 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 18 प्रतिशत अधिक है। बुधवार को पटना का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस, गया का 32.3 डिग्री, भागलपुर का 33.6 डिग्री, पूर्णिया का 34.3 डिग्री, मुजफ्फरपुर का 31.4 डिग्री सेल्सियस रहा।