मुजफ्फरपुर के 1065 निजी स्कूल हो सकते हैं बंद ये स्कूल शिक्षा विभाग से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं। सरकार के आठवीं कक्षा तक के स्कूल बिना मंजूरी के नहीं चलाने के आदेश के बाद अब यह स्कूल कार्रवाई के दायरे में है।
जिले में आठवीं तक 1200 निजी स्कूल चल रहे हैं। जिले में बुधवार तक सिर्फ 135 स्कूलों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, यानी 1200 में से सिर्फ 135 को ही मंजूरी मिली है. इतना ही नहीं, स्वीकृति लेने की बदली हुई प्रक्रिया में इनमें से 90 फीसदी स्कूल जांच के दायरे में आने वाले मानदंडों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. सरकार ने निजी स्कूलों को बिना अनुमति के चलने पर रोक लगा दी है और स्कूलों को 30 सितंबर तक स्वीकृति लेने की शर्त पूरी करने का आदेश दिया है. पहले यह मंजूरी शिक्षा विभाग के माध्यम से जिला स्तर पर मिलती थी, लेकिन अब बदली हुई प्रक्रिया में इसे ऑनलाइन कर दिया गया है. . हालांकि ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद भी इसकी जांच जिला स्तर पर ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कमेटी को करनी है.
फायर ब्रिगेड, भवन निर्माण, मानक के अनुसार नहीं चल रहे स्कूल समेत कई बिंदुओं पर स्कूल को सौंपे जाने हैं कागजात, डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन और स्वीकृति के लिए कई दस्तावेज देने होते हैं. इन मानकों को पूरा करने पर ही मंजूरी दी जाएगी। जिले के अधिकांश स्कूल इस मानक को पूरा नहीं कर रहे हैं। पिछले दो माह की जांच में 100 से अधिक स्कूलों के आवेदन निरस्त किए जा चुके हैं। कई स्कूल दो कमरों में और कई गौशाला में चलते मिले।