बिहार विधानमंडल मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही के बाद हुई एनडीए विधायक दल की बैठक में मांग उठाई गई कि 23 मार्च को विधानसभा में हंगामा करने वाले सदस्यों के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही चले। एनडीए विधायकों ने सीएम नीतीश के सामने यह मांग की।
बैठक में संसदीय मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मामला पूर्ण रूप से विस् अध्यक्ष के क्षेत्राधिकार का है। एनडीए विधानमण्डल दल के सदस्यों ने भरोसा जताया कि विस् अध्यक्ष जरूर करवाई करेंगे ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। करीब ढाई घण्टे चली बैठक में वीआईपी को छोड़ सभी दलों के विधायक विधान पार्षद शामिल रहे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। उन्होंने कहा, सत्र छोटा लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सदन में सभी विधायक उपस्थित रहें। उन्होंने कई विधायकों द्वारा क्षेत्र की समस्या रखे जाने पर उसके समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देश भी दिए।
हेलमेट और काला मास्क पहनकर पहुंचे थे विपक्षी विधायक
इसके पहले बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्षी विधायक पूरे विरोधी तेवर में दिखे। काला मास्क और हेलमेट लगाकर पहुंचे विधायकों ने जहां पिछले सत्र के दौरान विधानसभा में हुई बदसलूकी के खिलाफ अपना गुस्सा दिखाया। सदन की कार्यवाही सम्पन्न होने के बाद एनडीए विधायक दल की बैठक विधानसभा के विस्तारित भवन के सेंट्रल हॉल में हुई। बैठक में भाजपा, जदयू और हम के सभी विधायक-विधान पार्षद शामिल हुए।
सदन में बोले विस अध्यक्ष
मानसून सत्र की शुरुआत में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज का दिन पावन दिन है, सावन की आज पहली सोमवारी है। हम आज बिहार विधानसभा में संयम की ऐसी मिसाल पेश करें कि हमें महादेव आशीर्वाद दें। बिहार विधानसभा में करगिल शहीदों को भी विजय दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि के बाद जैसे ही विधानसभा कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। माले विधायकों ने खड़े होकर पिछले सत्र में विपक्षी विधायकों के साथ बदलसूकी का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ बदसलूकी करने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रस्ताव रखना चाहते थे तेजस्वी
माले विधायक इस पर चर्चा की मांग करने लगे। इसके बाद स्पीकर विजय सिन्हा ने माले विधायकों को सीट पर बैठने को कहा। कार्यवाही शुरू होने के 10 मिनट बाद ही तेजस्वी यादव सीट पर खड़े होकर एक प्रस्ताव रखना चाहते थे। इसे विस अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज इसके लिए उपर्युक्त समय नहीं है। कल आप अपना प्रस्ताव दीजिएगा। इस पर विपक्षी सदसय् खड़े हो गए और आसन की तरफ उंगली उठाने लगे। विस अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सीट पर खड़े हुए विपक्षी विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि सदन में अमर्यादित व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आसन का सम्मान करना सबका दायित्व है। विस अध्यक्ष के तल्ख तेवर के बाद विपक्षी विधायक अपने आसन पर बैठ गए। बाद में विधानमंडल की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
Source-hindustan