पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में नई शिक्षा नीति नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के तहत बिहार के सभी आंगनबाडी केंद्रों को नर्सरी कक्षा में बदलने की कवायद शुरू हो गई है. शिक्षा विभाग ने पहल करते हुए सभी जिलों को आदेश दिया है कि पहले स्कूल परिसर में संचालित आंगनबाडी केंद्रों का डाटा एकत्र कर यूडीआईएस के तहत उनमें नामांकित बच्चों का डाटा एकत्र किया जाए. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि प्रदेश में एक लाख से अधिक आंगनबाडी केन्द्रों को नर्सरी कक्षाओं के रूप में विकसित किया जायेगा.
इसके लिए आंगनबाडी केंद्रों के सभी रिकॉर्ड यू-डीआईएस पोर्टल में रखने के निर्देश दिए गए हैं. वर्तमान में प्री-स्कूल क्लास की सुविधा एक निश्चित वर्ग के बच्चों को ही उपलब्ध है। सरकार की इस कवायद से गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को काफी फायदा होगा।
NISTHA प्रोग्राम में शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
केंद्र प्रायोजित लॉयल्टी कार्यक्रम में शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यक्रम माध्यमिक विद्यालयों और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए है और शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण में शामिल होने का निर्देश दिया गया है।
जिले में नौवीं में नामांकन 30 सितंबर तक होगा
पटना जिला शिक्षा अधिकारी अमित कुमार ने स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि सभी सरकारी हाई स्कूल 30 सितंबर तक नौवीं कक्षा में दाखिला ले लें. कोरोना संक्रमण के चलते नामांकन बीच में ही रोक दिया गया. आठवीं कक्षा पास कर चुके कई छात्र अभी तक नामांकन नहीं करा पाए हैं।
26 जुलाई से भरे जाएंगे कंपार्टमेंटल परीक्षा फॉर्म
रिजल्ट के साथ ही ICSE बोर्ड ने कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए फॉर्म भरने की तारीख भी घोषित कर दी है. बोर्ड की ओर से कंपार्टमेंटल परीक्षा और सुधार के लिए 26 जुलाई से 1 अगस्त तक फॉर्म भरे जाएंगे। परीक्षा तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।