बेगूसराय। कॉलेज की छात्राएं मछली पालन भी करेंगी। उन्हें जैविक खेती के गुर भी सिखाए जाएंगे। यह विशेष पहल श्रीकृष्णा महिला महाविद्यालय बेगूसराय में की गई है। जिले की छात्राओं के लिए छह माह का स्पेशल डिस्टेंस कोर्स शुरू करने की घोषणा की गई है। एक से दो दिन में यह शुरू हो जाएगा।
रोजगार योग्य विषयों के लिए अनुमति
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. विमल कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा (एलएनएमयू, दरभंगा) ने कई वर्षों के प्रयास के बाद यहां सजावटी मछली पालन, जैविक खाद उत्पादन और मशरूम की खेती जैसे रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम संचालित करने की अनुमति दी है। इसकी औपचारिक घोषणा 15 जुलाई को की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले इस कॉलेज में मत्स्य एवं मत्स्य विभाग चलता था, लेकिन अचानक विश्वविद्यालय ने उस विभाग को ही बंद कर दिया। तब से लेकर अब तक कॉलेज प्रशासन एकमात्र महिला कॉलेज की छात्राओं को सामान्य डिग्री के अलावा कुछ अलग-अलग तरह के कोर्स के लिए सुविधाएं मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहा था।
जैविक खाद का कोर्स करने से मिलेगा रोजगार
चूंकि कृषि विभाग में जैविक खाद तैयार करने वाले युवाओं और महिलाओं की मांग बढ़ी है, इसलिए छात्राओं को नौकरी दिलाने में जैविक खाद का कोर्स महत्वपूर्ण साबित होगा। जबकि मशरूम और सजावटी मछली की बढ़ती मांग के कारण इस क्षेत्र में भी छात्राओं को बेहतर रोजगार प्रदान किया जा सकता है। छह महीने के इस सर्टिफिकेट में तीनों कोर्स में 50-50 सीटें ही दी गई हैं, जबकि कॉलेज प्रशासन सीटों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
कॉलेज प्रशासन की इस पहल से छात्र-छात्राएं खुश हैं। उनका कहना है कि अब लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तो हमें इस तरह के काम में भी बेहतर करने का मौका मिलेगा. यह एक सराहनीय कदम है।