शिवहर। नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र सहित क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से बागमती और मनुष्मारा नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने से जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पिपराही प्रखंड के बेलवा और नरकटिया समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
पानी तेजी से फैल रहा है। इससे अब शिवहर शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बेलवा बांध की सुरक्षा के लिए बने तटबंध में चल रहा लीकेज आज भी परेशानी और चिंता का विषय है।
हालांकि जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की टीम रिसाव को नियंत्रित करने में लगी हुई है। लेकिन पिछले 24 घंटे से जारी मूसलाधार बारिश मरम्मत कार्य में बाधक बनी हुई है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार के नेतृत्व में विभाग की टीम कैंप कर रही है। वहीं, डीएम के निर्देश पर प्रशासनिक टीम भी लगातार दौरा कर रही है। इधर बागमती नदी का जलस्तर शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन खतरे के निशान को पार कर गया। नदी की धाराओं में उछाल के बाद तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है। बेलवाघाट के पास कटाव जारी है। पिपराही प्रखंड के बेलवा और नरकटिया समेत आसपास के सैकड़ों एकड़ खेत में लगी फसल बाढ़ के पानी में बह गई है। हर घर में बाढ़ का पानी घुसने से लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। पिपराही के अलावा पूरनहिया और तरियानी के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है।
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उधर, शिवहर चंपारण राज्य राजमार्ग संख्या 54 के बेलवा में सड़क पर दस फुट से अधिक पानी बहता रहता है। इससे शिवहर से चंपारण का सड़क संपर्क टूट गया है. एनएच 104 के दुबगघाट के पास बागमती में दो स्थानों पर तीन से चार फीट पानी बहना जारी है। बुनियादगंज में मनुष्मारा नदी का पानी लगातार बहने से सीतामढ़ी का सड़क संपर्क भी बाधित हो गया है। यहां चार फीट पानी का तेज बहाव है। मनुष्मारा नदी का पानी आसपास के खेतों में भी फैल रहा है। बागमती नदी खतरे के निशान से 1.42 मीटर ऊपर बह रही है। बागमती नदी का जलस्तर दुब्बाघाट स्थित रेंगेट में 62.62 मीटर रिकॉर्ड किया गया। पिछले 24 घंटों में नदी के जलस्तर में 0.31 मीटर की वृद्धि हुई है। इधर, डीएम सज्जन राजशेखर, डीडीसी विशाल राज, एडीएम शंभू शरण, एडीएम आपदा अशोक कुमार दास, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, पिपराही बीडीओ मो. वाशिक हुसैन, सीओ कुमारी पुष्पलता और कार्यकारी मजिस्ट्रेट लालदेव राम ने एसडीआरएफ टीम के साथ विभिन्न तटबंधों और बागमती नदी का निरीक्षण किया। इधर, बाढ़ की आशंका से तटबंध के आसपास के इलाकों में बसे गांवों के लोग दहशत में हैं।