राजस्थान के कोटा से एक बेहद चौकाने बाली खबर सामने आई है, ये खबर है… लालच और धोखे की। एक दलाल ने रुपए के लालच में एक शादीशुदा गर्भबती महिला के पति को भाई बता उसकी दूसरी शादी करवा दी। बदले में लाखो रूपये भी हड़प लिए।
इस पुरे मामला में चौकाने बाली बात ये रही कि इस पूरी साजिस में दुल्हन का पति भी शामिल था। जब नए दूल्हे को मामले की पूरी जानकारी हुई, तो उसके पैरो तले जमीन खिसक गई। आनन् फानन में बह दौड़ा-दौड़ा पुलिस के पास पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित नए नबेले दूल्हे का नाम रवि नागर है और बह पेशे से ऑटो चालक है। घर में तीन भाई है जिसमे बह सबसे बड़ा है। परिवार समेत सकतपुरा स्थित काली बस्ती में रहता है।
15 दिन पहले रवि की मुलाकात देवराज से हुई, जब देवराज सुमन को पता लगा कि रवि नागर की शादी नहीं हो रही तो उसने रवि की इंदौर में शादी करवाने की बात कहीं। साथ ही पैसो का इंतजाम करने को कहा।
जिसके बाद रवि ने शादी के लिए पैसों का इंतजाम करने के लिए बारां जिले के गांव की 7 बीघा जमीन 2 लाख में गिरवी रखी। बिचौलिए देवराज मुलाकात के कुछ दिन बाद एक रिश्ता लाया।
इंदौर में मुस्कान नाम की लड़की से रिश्ता करवाया। बाकायदा सगाई हुई, लकड़ी को शगुन के तौर पर 1 हजार रुपए दिए, लेकिन 8 दिन बाद लड़की ने शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद देवराज रवि के लिए एक और रिस्ता लाया।
इंदौर की कोमल नाम की लकड़ी से शादी करवाने की बात कही। 20 जून को दोनों की मुलाकात हुई, जिसमें देवराज ने लड़की की कहीं भी शादी नहीं होने की जानकारी दी। उसी दिन रवि ने 1 लाख 80 हजार रुपए देवराज को दिए। सभी तरह के शादी खर्च रवि को उठाने थे ये तय हुआ और जिसके लिए रवि ने हामी भर दी।
देवराज ने 21 जून को रवि को शादी के लिए कोर्ट में बुलवाया। कोर्ट में पहले से ही कोमल व उसके साथ आए लोग खड़े थे। यंहा पर भी लड़की के साथ आया एक शख्स जो रियल में उसका पति था उसने खुद को कोमल का भाई बताकर अपना परिचय दिया।