Bihar unlock-2: 16 जून से मिलेगी छूट या बढ़ेगी पाबंदी, जानिए बाजार खोले जाने को लेकर नीतीश सरकार के संकेत

कोरोना की रफ्तार थमने के बाद बिहार में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बाजार और दफ्तरों में धीरे-धीरे रौनक लौट रही है। अनलॉक-1 की मियाद मंगलवार को समाप्त होने वाली है। हालांकि 16 जून से शुरू होने वाले अनलॉक-2 में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है। माना जा रहा है कि जो व्यवस्था अभी लागू है इसी को हल्के-फुल्के बदलाव के साथ बहाल रखा जाएगा। प्रतिबंधों में ज्यादा ढील नहीं दी जाएगी।

आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होगी 

अनलॉक-2 में क्या सहुलियतें दी जाएं और किन प्रतिबंधों को लागू रखा जाए इस पर विचार के लिए सोमवार या मंगलवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक संभव है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक फिलहाल जो रियायतें दी गई हैं वह वर्तमान परिस्थिति के लिहाज से काफी है। कोरोना की रफ्तार थमी जरूर है पर ज्यादा छूट दिए जाने से संक्रमण दोबारा तेजी से फैल सकता है। ऐसे में बाजार में भीड़भाड़ न हो और आवाजाही को लेकर कुछ पाबंदियों को लागू रखना जरूरी है। इसे देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि अनलॉक-2 में अभी के मुकाबले ज्यादा बदलाव की गुंजाइश नहीं है। अभी दुकानें सुबह 6 से शाम 5 बजे तक एक दिन बीच कर खोलने की इजाजत है। वहीं सरकारी और निजी कार्यालय में भी 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के आदेश दिए गए हैं। इसमें और रियायत नहीं दी जाएगी।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

भीड़भाड़ रोकने को लागू रहेंगे प्रतिबंध
सार्वजनिक तौर पर बड़े आयोजनों पर रोक जारी रहने की उम्मीद है। शादी-समारोह और श्राद्ध कार्यक्रम में लोगों की उपस्थिति की अधिकतम सीमा में मामूली बदलाव हो सकता है। सिनेमा हॉल और पार्क आदि भी बंद रखे जाएंगे। धार्मिक स्थलों को आमजनों के लिए खोला जाएगा या नहीं इस पर भी अभी असमंजस है। स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान में एक-दो हफ्तों में पढ़ाई शुरू होने की संभावना नहीं है। सार्वजनिक वाहन क्षमता के 50 प्रतिशत यात्रियों के साथ ही चलेंगे।

भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त चौकसी

बिहार में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से गिरा है। वर्तमान में संक्रमण का दर आधी फीसदी से भी कम है। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद बाजार में चहल-पहल बढ़ी है। लिहाजा सरकार और प्रशासन की नजर भीड़भाड़ वाले जगहों पर है। ऐसे स्थानों पर चौकसी और बढ़ाई जा सकती है।