सीबीएसई स्कूलों में नए सत्र से कोडिंग और डाटा साइंस के कोर्स शुरू हो जाएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को ट्वीट कर यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत हमने वादा किया था कि कोडिंग और डेटा साइंस को भी स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि सीबीएसई सत्र 2021 से इस वादे को पूरा करने जा रहा है। सीबीएसई माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर भारत की आने वाली पीढ़ियों को नए युग का कौशल सिखाकर उन्हें सशक्त बना रहा है।
सीबीएसई स्कूलों में शुरू होंगे कोडिंग और डाटा साइंस के कोर्स : सीबीएसई ने कहा है कि कोडिंग को कक्षा 6 से 8 तक 12 घंटे के स्किल मॉड्यूल के रूप में शामिल किया जाएगा। इससे बच्चों की तार्किक रूप से सोचने की क्षमता बढ़ेगी। वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में जान सकेंगे। बोर्ड ने कहा कि डेटा साइंस विषय को कक्षा 8 में 12 घंटे के कौशल मॉड्यूल के रूप में शामिल किया जाएगा, जबकि 11वीं और 12वीं कक्षा में इसे कौशल विषय के रूप में शामिल किया जाएगा।
सीबीएसई ने कहा कि डेटा साइंस विषय से छात्र यह समझ पाएंगे कि डेटा कैसे एकत्र और संग्रहीत किया जाता है। इसका विश्लेषण करने के बाद निर्णय कैसे लिया जाता है।सीबीएसई ने कहा कि 11वीं कक्षा में इन विषयों को कौशल विषय के रूप में शामिल करने के लिए आवेदन करने वाले स्कूलों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। माइक्रोसॉफ्ट की मदद से शिक्षक और दोनों विषयों की किताबें तैयार हैं।