दिनेश सिंह को चुनाव में वोटिंग से बस चंद दिन पहले जेडीयू से निकालना पूरे बिहार में बना चर्चा का विषय, लोग सवाल उठा रहें की नीतीश कुमारक्या अब तक सो रहे थे?
सत्ताधारी दल जदयू ने बुधवार को अपने एक बड़े नेता पर कार्रवाई की है। प्रदेश जदयू अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने बिहार विधान परिषद के सदस्य (MLC) दिनेश प्रसाद सिंह को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश के बाद प्रदेश महासचिव डा. नवीन कुमार आर्य ने उनके निलंबन का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
प्रदेश महासचिव ने मीडिया में जारी पत्र में कहा है कि दिनेश प्रसाद सिंह की पुत्री कोमल सिंह मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट विधानसभा क्षेत्र (88) से लोजपा की अधिकृत प्रत्याशी हैं, जबकि एनडीए गठबंधन के जदयू उम्मीदवार महेश्वर प्रसाद सिंह चुनावी मैदान में हैं।
पार्टी को सूचना मिली है कि इस विधानसभा क्षेत्र की जनता तथा जदयू के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं पर दिनेश सिंह लोजपा कार्यकर्ता के पक्ष में काम करने का दबाब डाल रहे हैं। इनके द्वारा पार्टी पदाधिकारियों के घर एवं मोबाइल पर अवांछित तत्वों के माध्यम से धमकी भी दी जा रही है। डा. आर्य ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से दिनेश प्रसाद सिंह की जदयू से सदस्यता निलंबित करते हुए 10 दिनों के अंदर इन्हें अपना लिखित पक्ष रखने को कहा गया है।
गौरतलब हो कि दिनेश प्रसाद सिंह की पत्नी वीणा देवी वैशाली लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन्होंने एनडीए प्रत्याशी के रूप में राजद उम्मीदवार रघुवंश प्रसाद सिंह को हराया था। उधर चार बार के विधायक महेश्वर प्रसाद यादव जदयू के टिकट पर पांचवीं बार विधानसभा पहुंचने के लिए चुनाव मैदान में हैं। 2015 में राजद के टिकट पर महेश्वर प्रसाद यादव ने भाजपा के टिकट पर उतरीं वीणा देवी को पराजित किया था। इस बार के चुनाव में महेश्वर प्रसाद यादव ने राजद का साथ छोड़ जदयू का दामन पकड़ लिया है। उनके खिलाफ राजद ने निरंजन राय को उतारा है।
दिनेश सिंह वीणा देवी की पुत्री कोमल सिंह गायघाट में महिनों से लोजपा प्रत्याशी के रूप में काम कर रही है इतने दिंनो तक जेडीयू नेर्तत्व क्या सो रहा था।