बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 25 कॉलेजों के नैक मूल्यांकन के लिए एक बार फिर प्रक्रिया शुरू होगी। इस संबंध में कॉलेजों को निर्देश दिए जाएंगे। कॉलेजों द्वारा एसएसआर (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट) तैयार की जाएगी। नैक उपलब्ध न होने के कारण कॉलेजों को विकास के लिए अनुदान की राशि नहीं मिल पा रही है।
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सरकार और राजभवन द्वारा सभी कॉलेजों का नैक मूल्यांकन अनिवार्य कर दिया गया है। विवि की ओर से पिछले साल ही नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन, कोरोना के चलते बीच में ही रुक गया। फिर इसी साल की शुरुआत में सभी कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक में तैयार एसएसआर को नैक के बेंगलुरू कार्यालय में ऑनलाइन भेजने को कहा गया। लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर के चलते एसएसआर पर फिर से ब्रेक लगा दिया गया। अब विवि एक बार फिर से इसकी प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। रजिस्ट्रार डॉ. आरके ठाकुर ने कहा कि नैक मूल्यांकन की पहल फिर से शुरू की जाएगी। कॉलेज अब खुलने लगा है। कोरोना को लेकर हालात कुछ और ही देखने को मिल रहे हैं। इसके बाद एसएसआर तैयार करने के निर्देश दिए जाएंगे। विवि का प्रयास है कि स्थिति सामान्य रही तो अधिकांश कॉलेजों का नैक मूल्यांकन इसी वर्ष किया जाएगा। यहां 25 कॉलेज नैक होने हैं। इसमें चार कॉलेजों का दूसरा चरण नैक होना है। नैक मूल्यांकन का पहला चरण पूरा हो चुका है। वहीं, अन्य कॉलेजों का मूल्यांकन पहली बार नैक द्वारा किया जाना है।