कोरोना के इस संक्रमण काल में अभिभावकों की परेशानी बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में अभिभावकों की नौकरी चली गई और व्यवसाय बंद हैं, लेकिन स्कूल संचालकों ने फीस में कोई राहत नहीं दी है। कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावकों को राहत देने के लिए मंगलवार से एनआईडीए और युवा संगठन की ओर से विशेष अभियान चलाया जाएगा। 1 जून से शुरू हो रहे इस अभियान में मिस्ड कॉल के जरिए लोगों की मदद की जाएगी और माता-पिता ईमेल के जरिए अपनी समस्याएं और सुझाव बता सकेंगे. अधिकांश माता-पिता को परिचय की समस्या है, जिसे ध्यान में रखते हुए मिस्ड कॉल अभियान शुरू किया गया है। जहां वह बिना किसी डर के साथ दे सकेंगे। पीड़िता के माता-पिता के आचरण से मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को अवगत कराया जाएगा और उनके लिए रियायत मांगी जाएगी।
स्कूल फीस व अन्य समस्याओं को लेकर सेक्टर-62 स्थित श्री मंगलम कॉलेज ऑफ लॉ में न्यू एजुकेशनिस्ट एंड इंटरप्राइज डेवलपमेंट एसोसिएशन एनआईडीए और आई युवा की बैठक हुई। बैठक में पहुंचे युवा अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आम सहमति से निर्णय लिया गया कि संयुक्त अभियान के माध्यम से प्रशासन, स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच समन्वय स्थापित कर इस समस्या का व्यावहारिक समाधान निकाला जाएगा। एनआईडीए के अध्यक्ष हर्ष राज द्विवेदी ने कहा कि महामारी के कारण मार्च 2020 से स्कूल नहीं चल रहे हैं। स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव बना रहा है। 1 जून से 9718885665 नंबर पर मिस्ड कॉल सेवा शुरू होगी, अभिभावक अपने विचार व्यक्त कर सकेंगे। यहां 20 जून तक शिकायतें ली जाएंगी, जिसके बाद सरकार को रिपोर्ट सौंपकर अभिभावकों को राहत देने की मांग की जाएगी.