मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है। ताकि अधिक से अधिक संक्रमित का पता लगाया जा सके। साथ ही उन्होंने टीकाकरण कार्य में और तेजी लाने को भी कहा है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की और अधिकारियों को कई निर्देश दिए। कहा, सुनिश्चित करें कि संक्रमित को किसी प्रकार की परेशानी न हो। स्वास्थ्य विभाग को योजनाबद्ध तरीके से बेहतर प्रबंधन के साथ काम करना चाहिए। सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं होगी। साथ ही, पंचायती राज विभाग ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य की ग्राम पंचायतों में कार्यरत वार्ड कार्यान्वयन और प्रबंधन समितियों को कई कार्य दिए हैं। इस संबंध में सोमवार को विभाग द्वारा सभी जिलों को आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। विभाग ने इसे पूरी तत्परता के साथ तत्काल लागू करने के निर्देश दिए हैं। इन समितियों से कहा गया है कि दूसरे राज्यों के कुछ लोग गाँव आएं, तुरंत बीडीओ और चिकित्सा अधिकारी को सूचित करें। सूचना मिलने के बाद बीडीओ और चिकित्सा अधिकारी आगे की कार्रवाई करेंगे। साथ ही, वार्ड समिति के अध्यक्ष को यह भी निर्देश दिया जाता है कि कोरोना के संबंध में नियमों का उल्लंघन होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचित करें। ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
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पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, वार्ड समितियों को निर्देश दिया गया है कि वे कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करें। प्रभावित क्षेत्र में डोर-टू-डोर जाकर संक्रमित की खोज करने में स्थानीय प्रशासन की सहायता करेगा। वार्ड में 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों, गंभीर बीमारियों वाले लोगों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों जैसे उच्च जोखिम वर्ग के सदस्यों पर विशेष ध्यान दिया जाना है। वार्ड समिति अध्यक्ष कोरोना पीड़ित परिवार के साथ नियमित संपर्क बनाएंगे और समर्थन प्रदान करेंगे।