ऑनलाइन डेस्क। रूसी एस-400 बनाम चीनी मुख्यालय-9: भारत और पड़ोसी देशों (चीन और पाकिस्तान) के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच रूस की एस-400 मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति सुर्खियों में है।
रूस ने कहा है कि उसकी आपूर्ति समय पर की जा रही है। चीन की अपनी वायु रक्षा प्रणाली है। पाकिस्तान ने अपनी सैन्य रणनीति के तहत चीन से एयर डिफेंस सिस्टम भी ले लिया है। चीन ने पाकिस्तान की वायु रक्षा को मजबूत करने के लिए HQ-9 सिस्टम को सौंप दिया है।
ऐसे में यह कौतूहल पैदा होता है कि रूस की तुलना में चीनी रक्षा प्रणाली कितनी शक्तिशाली है। इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे कि रूसी एस-400 और चीन के मिसाइल सिस्टम में क्या अंतर है। युद्ध के मैदान में कौन सी प्रणाली अधिक प्रभावी है?
चीनी वायु रक्षा प्रणाली की विशेषताएं :-
S-400 रक्षा प्रणाली की विशेषताएं
रूस के सहयोगी सर्बिया के पास चीन की विमान भेदी मिसाइल
चीन ने रूस के सहयोगी सर्बिया को उन्नत विमान भेदी प्रणाली HQ-22 की भी आपूर्ति की है। चीन ने यह डील बेहद गुपचुप तरीके से की। माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में व्यस्त देखकर चीन ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को इन हथियारों की आपूर्ति की है।
कुछ समय पहले पश्चिमी देशों ने सर्बिया को हथियार दिए जाने पर चिंता जताई थी. उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन युद्ध के बीच सर्बिया जैसे देश को हथियारों की आपूर्ति करने से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा हो सकता है। चीन और सर्बिया के बीच संबंध काफी पुराने हैं। चीन ने गृहयुद्ध के समय से ही सर्बिया की मदद की है, जबकि अमेरिका के साथ संबंध तनावपूर्ण हैं।