पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी नुकसान के बाद चक्रवाती तूफान यस कल शाम बिहार में प्रवेश करेगा। इससे राज्य के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक ने गुरुवार को तूफान की जानकारी देते हुए बताया कि एक दिन में 60 मिमी से अधिक बारिश नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बिहार में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। राज्य में आने के बाद चक्रवात काफी कमजोर हो जाएगा। हालांकि यस का मानसून पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे बिहार में समय से मानसून आएगा। अगले तीन दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे। हवा और बारिश की आंशिक तीव्रता बढ़ सकती है। हवा की गति 30 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 40 या 45 किमी प्रति घंटे हो सकती है। विवेक सिन्हा ने कहा कि जलजमाव या बाढ़ के कारण बिहार के लिए समस्या और बढ़ सकती है। अगले 72 घंटों तक राज्य में हल्की से मध्यम बारिश और हवाएं प्रभावित होंगी। तूफान का असर पूरे राज्य में देखने को मिलेगा। लेकिन बिहार के लिए चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि यह पहले से ही बहुत कमजोर हो चुका है, कल तक यह और कमजोर हो जाएगा। उन्होंने राज्य के लोगों को घबराने और सतर्क रहने की सलाह दी।
आज शाम साढ़े 5 बजे पटना में घुसेगा ‘यास’: 55 किमी की रफ्तार से चलेगी हवा, भारी बारिश होगी
10 जिलों में ज्यादा असर, येलो अलर्ट जारी : तूफान यस को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। दो दिन यानी 27 से 28 मई तक तूफान का खास असर रहेगा। इस दौरान राज्य में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। कई इलाकों में तेज बारिश के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है। यस से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है। दक्षिण बिहार के जिलों में विशेष रूप से सतर्कता बरती जा रही है।