बिहार में चक्रवाती तूफान यस का असर साफ दिखाई दे रहा है। तेज हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है। बिहार में यस के प्रभाव से गुरुवार को उड़ानें और रेल यातायात प्रभावित रहा। कई जगह पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया। वहीं, घंटों बिजली आपूर्ति ठप रही। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में एक-दो जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश, भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
बिहार-झारखंड से यूपी तक दिखा यास का असर, रातभर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, जानिए आज का मौसम
चार की मौत : तेज हवा के कारण अलग-अलग जगहों पर पेड़ से गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, वज्रपात से एक की मौत हो गई। वैशाली के जंहा के महिसौर में ताड़ का पेड़ गिरने से 10 साल के बच्चे की मौत हो गई। वहीं बांका के अमरपुर के लोगान में एक सूखा ताड़ का पेड़ गिरने से छह वर्षीय साक्षी कुमारी की मौत हो गई। यहां गया में एक 25 वर्षीय व्यक्ति ताड़ के पेड़ से गिर गया और उसकी मौत हो गई। वहीं वजीरगंज के पुनावां में 50 साल से अधिक पुराना पीपल का पेड़ गिर गया और दो लोगों की छत क्षतिग्रस्त हो गई। शेखपुरा जिले के थंका से एक की मौत हो गई।
पटना एयरपोर्ट आज सुबह 9 बजे तक बंद : तूफान यस के कारण पटना एयरपोर्ट 14 घंटे के लिए बंद था। गुरुवार की रात 7.45 बजे अचानक विजिबिलिटी कम होने के कारण पहले इसे रात 10 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया। फिर रात 10 बजे फिर से रनवे पर विजिबिलिटी चेक करने के बाद मौसम विभाग से इनपुट मिलने के बाद शुक्रवार सुबह नौ बजे तक रनवे को यात्री विमानों के लिए बंद कर दिया गया। इसके चलते चार विमानों को रद्द करना पड़ा। उधर, दरभंगा हवाईअड्डे पर दृश्यता कम होने के कारण विमानों की आवाजाही रोकनी पड़ी। इसी वजह से मुंबई से आ रहे स्पाइसजेट के विमान (एसजी 944) को वाराणसी डायवर्ट किया गया। इसमें एक बच्चे सहित 105 यात्री सवार थे। कई बार दरभंगा हवाईअड्डे के चक्कर लगाने के बाद जब ईंधन खत्म हो गया तो उसे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ले जाया गया।