पश्चिम बंगाल, झारखंड से लेकर बिहार तक चक्रवात यस का व्यापक प्रभाव पड़ा है। पूर्व मध्य रेलवे के कई मंडलों में रेल पटरियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कई जगहों पर रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने या ट्रैक के किनारे या नीचे से मिट्टी कटने से ट्रेन का संचालन बाधित हुआ। पूर्व मध्य रेलवे ने अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए 15 ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया। सोनपुर मंडल और समस्तीपुर मंडल के कई रेलवे ब्लॉकों पर ट्रेनों का परिचालन समय बाधित रहा। कहीं रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिर गया तो कहीं भारी बारिश से रेलवे ट्रैक की मिट्टी कट गई। पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में बीती शाम से रात तक भारी बारिश हुई है। चक्रवाती तूफान यस का असर अभी भी दिखाई दे रहा है। तेज हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में एक-दो जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश, भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) ने चक्रवाती तूफान यस की तबाही को देखते हुए कुछ विशेष ट्रेनों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया है। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि ऐसी कुल 15 ट्रेनों को रद्द किया गया है।
यास का असर : गया मेडिकल कॉलेज के ब्लैक फंगस वार्ड में घुसा पानी
बारिश से बह गई रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी, 4 घंटे खड़ी रही लिच्छवि एक्सप्रेस : मूसलाधार बारिश के कारण सोनपुर और हाजीपुर के बीच रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार हाजीपुर के जौहरी बाजार के पास अंडरपास के ऊपर अप लाइन के नीचे की मिट्टी यास तूफान के दौरान रात में हुई भारी बारिश में बह गई। सुबह करीब छह बजे सूचना मिलने के बाद रेलवे ने इसे ठीक करने का काम शुरू किया। इस दौरान हाजीपुर में लिच्छवी एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी अप रूट पर करीब चार घंटे तक खड़ी रही। मिट्टी भरने के बाद यातायात शुरू किया गया।
डूबी जय प्रभा सेतु की धार : यूपी के बलिया जिले के अंतर्गत आने वाले चांद हिरण के पास जय प्रभा सेतु के डूबने से बिहार-यूपी का कनेक्शन टूट गया है. पुलिया भी टूट चुकी है। बुधवार से लगातार हो रही बारिश के कारण बलिया और छपरा को जोड़ने वाले जय प्रभा सेतु के यूपी मुहाने पर संपर्क मार्ग टूट गया, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है।
पुल के किनारे दरारें : पुल के किनारे दरारें भी नजर आ रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि तेज आंधी और पानी से पुल के क्षतिग्रस्त होने की भी आशंका है। ज्ञात हो कि करीब एक साल पहले इस पुल की मरम्मत की गई थी। मरम्मत के 6 महीने बाद ही यूपी और बिहार के दोनों मुहाने पर सड़क टूट गई, तभी से पुल पर किसी भी तरह के अनहोनी और भारी वाहनों की आवाजाही की आशंका बनी हुई है।