मानसून अपडेट: मानसूनी बादलों ने रफ्तार पकड़ी इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, व्यापक बारिश से देश में अच्छी खेती की उम्मीद

दक्षिण-पश्चिम मानसून के ताजा रुख और देश भर में अच्छी और व्यापक बारिश की संभावना को देखते हुए मौजूदा खरीफ सीजन में अच्छी खेती की उम्मीद है। इसे देखते हुए कृषि मंत्रालय ने सभी राज्यों को चालू सीजन की फसलों के लिए वैज्ञानिक सलाह भेजी है। इसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय भी बताए गए हैं। केरल तट पर देर से पहुंचने के बावजूद मानसून के बादलों ने रफ्तार पकड़ ली है। मानसून दक्षिणी राज्यों के साथ-साथ महाराष्ट्र से होते हुए पूर्वोत्तर राज्यों में फैल गया है। यह अगले तीन-चार दिनों में पूरे पूर्वी राज्यों और उससे सटे बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो जाएगा। इसके उत्तरी क्षेत्र में भी समय से पहुंचने की संभावना है।

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कृषि उत्पादन का यह लक्ष्य पिछले फसल वर्ष से अधिक है : मौजूदा मानसून सीजन की बारिश पर खाद्यान्न और देश की अर्थव्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी है। इसे देखते हुए चालू फसल वर्ष 2021-22 के दौरान 3073 मिलियन टन से अधिक खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 1 जून से शुरू हुए खरीफ सीजन में अकेले 151 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जबकि आगामी रबी सीजन में उत्पादन का लक्ष्य 155.9 मिलियन टन रखा गया है। यह उत्पादन लक्ष्य पिछले फसल वर्ष की तुलना में अधिक है।

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कृषि मंत्रालय ने राज्यों को भेजी वैज्ञानिक सलाह : मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए सभी राज्यों को साइंटिफिक एडवाइजरी (सलाह) भेजी जा चुकी है। इसमें राज्यवार विवरण दिया गया है। फसलों के उत्पादन के साथ-साथ बागवानी फसलों की खेती, डेयरी, पशुपालन, मुर्गी पालन और मत्स्य पालन पर भी चर्चा की गई है। दलहन और तिलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को उचित सलाह के साथ उनकी मिनी किट भी वितरित की जा रही है। राज्यों में अनुमानित वर्षा और बोई जाने वाली फसलों के साथ-साथ इसकी वैज्ञानिक विधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।

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मानसून के मौसम में पशुओं में होने वाली बीमारियों और बचाव की जानकारी दी गई : स्तनपान कराने वाले पशुओं को टीके और पशुओं के चारे के अलावा मानसून के मौसम में बीमारियों और उनकी रोकथाम पर विस्तृत सलाह दी गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की सभी शाखाओं के वैज्ञानिकों से परामर्श लिया गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने किसानों को अपनी आय दोगुनी करने की याद दिलाते हुए कहा है कि इस लक्ष्य को साल 2022 में ही हासिल करना है। इसलिए कृषि के हर क्षेत्र में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए।

असम और मेघालय में भारी बारिश का अलर्ट घोषित : मौसम विभाग के अनुसार, केरल तट पर पहुंचने के तीन दिनों के भीतर ही हिमालय क्षेत्र में बंगाल और सिक्किम समेत पूरे पूर्वोत्तर राज्यों में मानसूनी बादल सक्रिय हो गए हैं। मानसूनी हवाओं की गति तेज होती है। अगले दो दिनों के भीतर पूर्वी क्षेत्र समेत बंगाल की खाड़ी से सटे इलाकों में मॉनसून के बादल सक्रिय हो जाएंगे। इस पूरे क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। इसी आशंका के चलते असम और मेघालय में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। मानसून इस बार पूर्वी राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश ला सकता है।