बिहार में शुरुआती दस्तक देने के बाद पिछले 24 घंटों में पूरे राज्य में मानसून ने दस्तक दे दी है। पूर्णिया में एक दिन पहले दस्तक देने के बाद यह दरभंगा तक फैल गया और तय समय से तीन दिन पहले पटना और गया पहुंच गया। इसके चलते पिछले दो दिनों से राज्य भर में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अगले तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। एक-दो जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, प्रदेश में सतह पर पूर्वी हवा का असर है। यह पूरे राज्य में वायुमंडल में 8 किमी तक फैली हुई है जबकि हवा की गति वायुमंडल के निचले स्तर पर 14 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है। पूरे राज्य में नमी की मात्रा बढ़ गई है। कल का कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी और इससे सटे पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के ऊपर तटीय क्षेत्रों की ओर बना हुआ है। इसके आगे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं इसके अधिक प्रभावी होने से प्रदेश भर में गरज-चमक के साथ बारिश की स्थिति बन रही है। मौसम विभाग की ओर से अगले तीन दिनों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश कहाँ हुई
कटैया और बलतारा में 60 मिमी, खगड़िया, मुंगेर, साहेबपुर कमल, गोगरी, बधरा, मटिहानी और छपरा में 50 मिमी, पटना, नौहट्टा, बिहपुर, कोलगांव और मीनापुर में 10 मिमी दर्ज किया गया। पटना में दिन में एक-दो बार बारिश हो रही थी। धूप और बादलों के बीच दिन भर लुका-छिपी का माहौल बना रहा। रविवार को भागलपुर में 47.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। पटना में शनिवार सुबह 8 बजे से रविवार शाम 5.30 बजे तक 44 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि गया में 13 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञानी कुणाल कौशिक ने कहा कि केरल में मानसून के आगमन का पैमाना अलग है। यदि मानसून अन्य स्थानों पर आगे बढ़ता है, तो कई स्थानों पर लगातार बारिश हो रही है, साथ ही नम पूर्वी हवा का प्रभाव बना रहता है और यदि अगले दो दिनों तक बारिश होने की संभावना है, तो मानसून के आगमन की घोषणा की जाती है। बिहार में इस मानदंड की पूर्ति के कारण पूरे राज्य में मानसून के प्रसार की घोषणा की गई है।