सरकार बाढ़ और सूखे पर सभी विधायकों और विधायकों से परामर्श करेगी। इस पर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे जल्द से जल्द अपने क्षेत्रों के संबंध में विधायकों और पार्षदों का सुझाव लें। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभावित बाढ़ और सूखे की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को कई निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि उनके राज्य में हमेशा बाढ़, कभी सूखे की स्थिति रहती है। हर साल की तरह, बाढ़ और सूखे की संभावना को देखते हुए पूरी तैयारी रखें। बाढ़ की स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों की एक टीम बनाकर सही आकलन करें, साथ ही प्रभावित लोगों की सूची बनाते समय पूरी पारदर्शिता बरतें। ताकि कोई भी पीड़ित लाभ से वंचित न रहे। बाढ़ राहत कार्य में सहयोग करने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और आजीविका को अपना टीकाकरण अवश्य करवाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण चल रहा है। लोगों की सुरक्षा करना हमारी प्राथमिकता है। पूरा प्रशासन इसके लिए तत्परता से काम कर रहा है। इस विषम परिस्थिति में सभी को मिलकर काम करना होगा।
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पूर्ण कटाव और बाढ़ सुरक्षा कार्य जल्द
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए शेष सभी कटाव निरोधी कार्य और बाढ़ सुरक्षा कार्य जल्द पूरे होने चाहिए। बाढ़ के दौरान तटबंधों की निगरानी के लिए विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए। इसके लिए नियमित रूप से गश्त का काम किया जाना चाहिए। बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए सड़क निर्माण और ग्रामीण निर्माण विभाग को पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। ग्रामीण सड़कें जो पहले से क्षतिग्रस्त हैं, उनकी भी शीघ्र मरम्मत होनी चाहिए। गुणवत्ता वाली सड़कों के निर्माण के साथ, उन्हें बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।