आज पीएम मोदी ने चक्रवात यस से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की, जिसमें कई मंत्री और अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों से अपतटीय गतिविधियों में शामिल लोगों को समय पर निकालने को कहा है। पीएमओ ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल पहले ही 46 टीमों को तैनात कर चुका है। चक्रवात यासो से निपटने के लिए आज 13 टीमों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। साथ ही चक्रवात यस से निपटने की तैयारियों पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना ने राहत, तलाशी, बचाव अभियान के लिए जहाज, हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। पीएम मोदी ने अधिकारियों से बिजली, टेलीफोन नेटवर्क का समय कम करने को कहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और इसके 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट से टकराने की संभावना है।
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बहुत भीषण चक्रवाती तूफान ‘यासी’ में बदल सकता है शनिवार को पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और 26 मई को यह पश्चिम बंगाल, ओडिशा के उत्तरी क्षेत्र और बांग्लादेश के तटों की ओर मुड़ सकता है। यह जानकारी क्षेत्रीय मौसम विभाग ने दी है। क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक जीके दास ने बताया कि 26 मई की शाम तक तूफान दोनों राज्यों और पड़ोसी देशों के तटों को पार कर सकता है उन्होंने कहा कि इस दौरान 26 मई की दोपहर को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बांग्लादेश के तट पर हवा की गति 90 से 100 किमी प्रति घंटे के बीच रह सकती है। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय नौसेना ने अपने जहाजों और विमानों को तैयार रखा है ताकि प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचाई जा सके।