बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुराने दोस्त और इंजीनियरिंग कॉलेज के उनके सहयोगी नरेंद्र कुमार सिंह ने उनसे एक अनुरोध किया है। नरेंद्र सहरसा के महिषी प्रखंड के मैना गांव के रहने वाले हैं। मैना गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र विगत कई वर्षों से बंद पड़ा है और खंडहर में तब्दील हो गया है। इस स्वास्थ्य केंद्र पर न तो डॉक्टर आते हैं न नर्स आते हैं और न ही लोगों को दवा मिलती है। नरेंद्र कुमार ने अपने कॉलेज मित्र और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर उनके क्षेत्र में बंद स्वास्थ्य केंद्र के मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। साथ ही बंद पड़े गांव समेत बिहार के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को चालू किया जाए।
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देखभाल के अभाव में यहां के स्वास्थ्य केंद्र भवन की दीवारों में दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। छत का कुछ हिस्सा भी टूट गया है। इस बंद स्वास्थ्य केंद्र के कमरों में सरकारी दस्तावेज, टूटी कुर्सियां और टेबल पड़े हैं। इसकी हालत इतनी खराब है कि कैंपस में पेड़-पौधे भी उग आए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार सांप और बिच्छू भी यहीं से निकलते हैं। यही कारण है कि सीएम के दोस्त ने उन्हें पत्र लिखकर इसे शुरू करने का अनुरोध किया है। बता दें कि नीतीश कुमार और नरेंद्र कुमार ने पटना के इंजीनियरिंग कॉलेज से एक साथ पढ़ाई की है।