Patna : यह एक बेहद प्यारी तस्वीर है। लेकिन बिहार की बदहाली को भी बयां करती है। आज लगभग सभी न्यूजपेपर ने इस तस्वीर को जगह दी है। लेकिन क्या इन तस्वीरों को देखकर प्रशासनिक अमले पर कोई फर्क पड़ता है। कहीं कोई शर्मिंदगी झलकती है।
लगता तो नहीं है। जो है, जहां है, उसी में मगन है। पूरी राजधानी पिछले तीन दिनों से पानी में रेंग रही है लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। बहरहाल बात उस तस्वीर की जो बिहार के किशनगंज में दिखी। दुल्हन अपने पति के कंधे पर नदी पार कराता हुआ। पहली नजर में तो इस तस्वीर में बहुत अधिक इमोशन झलकता है तो दूसरे ही पहल बिहार की बदहाली की झलक।
बिहार के किशनगंज में सोमवार को शादी के बाद दुल्हन लेकर लौट रही बारात कनकई नदी की तेज धारा में फंस गई। पानी कम होने की वजह से नाव भी नहीं आ सकती थी। बाराती तो पैदल ही नदी पार कर गई, लेकिन दुल्हन फंस गई। इसके बाद दूल्हा शिवा कुमार ने अपनी नई नवेली दुल्हन को अपने कंधे पर उठाकर कनकई नदी पार कराया। तस्वीर दिघलबैंक के सिंघीमारी कनकई नदी के पलसा घाट की है, जहां पर दूल्हा अपनी दुल्हन को कंधे पर ले जा रहा है। विदाई के समय पानी कम होने से नाव नदी किनारे नहीं लग पाई। दुल्हन को पानी में उतरना पड़ता, इसलिए दूल्हे ने उसे कंधे पर उठाया और नदी पार कराई।
यह पूरा मामला दिघलबैंक प्रखंड की सिंघीमारी पंचायत का है। लोहागड़ा का शिवा कुमार शनिवार को बारात लेकर अपने गांव से सिंघीमारी के पलसा गांव में शादी करने गया था। सोमवार सुबह वह दुल्हन को लेकर लौट रहा था। क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है।