कड़ी व्यवस्था के बीच बुधवार की सुबह श्री अमरनाथ की यात्रा के लिए का पहला जत्था रवाना हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। उपराज्यपाल मनोज स्वयं जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। अभी तक 3 लाख से श्रद्धालुओं ने यात्रा में भाग लेने के लिए करवााया है।।
श्राइन बोर्ड लोगों को भी आधार शिविर में आमंत्रित किया है।। कोविड संक्रमण दो साल बाद और केंद्र शासित बनने के बाद पहली बार आयोजित रही बाबा अमरनाथ की यात्रा में 30 जून को श्रद्धालु पहला दर्शन करेंगे।।
यात्रा आधार शिविर भगवती नगर से ही इस सभी श्रद्धालुओं को यात्रा में अनिवार्य किया गया है।। पंजीकरण करवाने सभी यात्रियों को उनकी सुरक्षा के लिए कार्ड दिए गए हैं।। यह कार्ड के बाद ही आधार शिविर में यात्रियों जाने की अनुमति दी जा रही।। पहला जत्था तड़के पौने चार बजे मंत्रोच्चारण के बीच के लिए रवाना होगा।। उपराज्यपाल यात्रा रवाना करने से पहले आधार शिविर में-अर्चना।।
श्राइन के पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में और सिविल प्रशासन के अधिकारी इस दौरान मौजूद रहेंगे।। जत्था के काफिले के रूप में गांदरबल जिले बालटाल तथा अनंतनाग जिले के आधार शिविर के लिए रवाना होगा। . . यात्रियों की के लिए जम्मू-कश्मीर के अलावा सीआरपीएफ, सेना, सशस्त्र सीमा बल आइटीबीपी के जवानों को भी तैनात गया है है।।
बाबा श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार हर दिन में में 20 हजार श्रद्धालुओं जाने की अनुमति होगी। बालटाल और दोनों ही मागों से से 10-10हजार श्रद्धालुओं काो के लिए हर दिन जाएगा ताकि भवन में भीड़ न और किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटना न घटे घटे घटे वहीं बार बालटाल ओर पहलगाम के अलावा श्रीनगर भी बाबा अमरनाथ के लिए हेलीकाप्टर सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। वहीं जो पहले पंजीकरण नहीं करवा सके हैं, वे तत्काल पंजीकरण करवा सकते हैं।। हर दिन बोर्ड की ओर से तत्काल पंजीकरण के कोटा भेजा जाता है।। उसी के बालटाल और पहलगाम मागों पर यात्रा के पंजीकरण करवाया जाता है।।