बिहार के सहरसा में नशे में हंगामा कर रहे लोगों को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। अचानक हुए अटैक में थानेदार समेत दर्जनभर पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
पुलिस ने बताया कि हंगामे की सूचना पर एलटीएफ प्रभारी अरविन्द कुमार दलबल के साथ गांव पहुंचे। हंगामा कर तीन लोगों को पकड़ लिया। तीनों को लेकर पुलिस सड़क पर पहुंची ही थी कि दर्जनों महिला-पुरुषों ने हमला कर दिया। अरविंद ने बताया कि लोग धक्कामुक्की करते हुए रोड़ेबाजी करने लगे। पुलिस जब तक संभलती, तबतक लोगों ने बबलू व आलोक को भगा दिया। रोड़ेबाजी में पुलिस पदाधिकारी समेत एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी व चौकीदारों को चोटें आई हैं।
वहीं इस दौरान गृहरक्षक चिरंजीवी झा का हथियार ग्रामीण रामेश्वर पासवान ने छीन लिया। हालांकि बाद में हथियार वापस दिला दिया गया। इस बीच हमले की सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और रोड़ेबाजी कर रहे लोगों को खदेड़ दिया। वहीं, लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने मामले में कई निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घरों में घुसकर समान को तोड़फोड़ दिया। महिलाओं व पुरुषों को पीटा है।
एसपीडीओ सदर सुबोध कुमार ने इस बारे में कहा कि दोस्तिया गांव में नशे में हंगामा कर रहे लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस गयी थी। इस दौरान परिजनों ने पुलिस से हमला कर आरोपियों को भगा दिया। हमले में कई पुलिसकर्मी चोटिल हुए हैं। 22 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।